उत्तर प्रदेश के बहराइच में भेड़ियों के आतंक से इलाके में दहशत का माहौल है. भेड़ियों ने जिले में 9 लोगों की जान ले ली है, इनमें 8 बच्चे भी शामिल हैं. वन विभाग की मशक्कत के बाद एक और भेड़िये को पिंजरे में कैद कर लिया गया है. इसके पहले भी तीन भेड़िए को वन विभाग ने पकड़ लिया, जिनमें दो मादा और एक नर है. गांव के लोग भी अपनी जान बचाने के लिए लाठी के सहारे ही घरों से बाहर निकलते हैं. गांव में 200 लोग लाठियों के साथ गांव में पहरा दे रहे हैं. अभी भी कुछ भेड़िये गांव में खुले घूम रहे हैं, जिससे गांव में भय का माहौल बना हुआ है. गांव में भेड़ियों का ये आतंक नया और ताजा नहीं है, गांववाले मार्च के महीने से ही भेड़िये के आतंक से डरे हुए हैं.
मार्च महीने से ही कई गांवों में एक्टिव भेड़िये ने सबकी नाक में दम कर रखा है. भेड़ियों ने औराही जगीर, कोलैला, नथुवापुर, बड़रिया, नकवा, नयापुरवा के इलाकों में समय-समय पर हमला किया, जिसमें 35 से ज्यादा लोगों को भेड़ियों ने घायल कर दिया है. भेड़ियों को पकड़ने के लिए वन विभाग की टीमें काफी मशक्कत कर रही हैं, जिससे उन्हें पकड़ा जा सके, लेकिन अभी भी सारे भेड़ियों को पकड़ा नहीं जा सका है.
18 टीमों ने दिन-रात एक किया
भेड़ियों को पकड़ने के लिए वन विभाग की 18 टीमों की तैनाती की गई है, जो दिन रात इलाके में गश्त कर रही हैं, ताकि सारे भेड़ियों को पकड़ा जा सके, लेकिन अभी भी दो भेड़िए वन विभाग की टीम को चकमा दे रहे हैं. पकड़े गए भेड़ियों को गोरखपुर के जू में छोड़ दिया जाएगा.
मुख्य वन संरक्षक रेणु सिंह ने कहा कि आज एक भेड़िये का पकड़ा जाना हमारे लिए सफलता का दिन है. अब इसे जू में भेजा जाएगा. भेड़िया को पकड़ने के लिए घेरा गया फिर ट्रांकुलाइज किया गया उसके बाद फिर पिजरे में रखा गया. कुल चार भेड़िए पकड़े गए हैं. बाकी जल्दी पकड़े जाएंगे. दो अभी भी बाहर हैं. इन सभी को गोरखपुर जू भेजा जाएगा.