जम्मू-कश्मीर के चनैनी में एक चुनावी जनसभा को संबोधित करते हुए केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कांग्रेस और नेशनल कॉन्फ्रेंस पर बड़ा हमला बोला. उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर का ये चुनाव, यहां तीन परिवारों का शासन समाप्त करने वाला चुनाव है. कांग्रेस, NC जम्मू-कश्मीर में फिर आतंकवाद लाना चाहते हैं. मगर हम आतंकवाद को पाताल तक दफन करके ही हम दम लेंगे. किसी की ताकत नहीं है, जो जम्मू-कश्मीर में फिर से आतंकवाद लेकर आए. अब केंद्र में प्रधानमंत्री मोदी जी की सरकार है.
शाह ने कहा कि हमारे अध्यक्ष श्यामा प्रसाद मुखर्जी जी ने कहा था कि एक देश में ‘दो विधान, दो निशान व दो प्रधान’ नहीं चलेगा और इसके लिए उन्होंने अपनी जान दी. 5 अगस्त 2019 को प्रधानमंत्री मोदी जी ने जम्मू-कश्मीर से धारा-370 को समाप्त कर दिया. शाह ने कहा कि जम्मू-कश्मीर 40 साल तक आतंकवाद की दशहत में रहा. 40,000 लोग मारे गए, 3000 दिन कर्फ्यू रहा. हर दिन पाक प्रेरित आतंकवादी बम और गोलियां चलाते थे. मोदी जी की सरकार ने धारा-370 को समाप्त कर दिया अब न पत्थरबाजी होती है, न ही गोलियां चलती हैं.
‘अफजल गुरु के फांसी का विरोध कर रहे हैं ये लोग’
शाह ने कहा कि हमारी देश की संसद पर जिस अफजल गुरु ने हमला करवाया उसकी फांसी की सजा का ये लोग विरोध कर रहे हैं. उमर अब्दुल्ला कहते हैं कि अफजल गुरु को फांसी नहीं देनी चाहिए. उमर अब्दुल्ला साहब, आप आतंकवादियों को बिरयानी खिलाते रहिए, लेकिन जो आतंक फैलाएंगा, उसका जवाब फांसी के तख्ते पर ही दिया जाएगा.
3 परिवारों ने जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र को बांध कर रखा
शाह ने कहा कि कल उमर अब्दुल्ला और राहुल बाबा कह रहे थे कि हम जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र लाएंगे. किस मुंह से कह रहे हैं आप? अब्दुल्ला परिवार, मुफ्ती परिवार और नेहरू-गांधी परिवार ने 70 साल तक जम्मू-कश्मीर में लोकतंत्र को बांध कर रखा. अब यहां पंच, सरपंच भी हैं, ब्लॉक के चुनाव हुए, जिले के चुनाव हुए, जो पहले नहीं होते थे. मोदी जी ने 40 हजार जनप्रतिनिधियों को लोकतंत्र का फायदा पहुंचाया है.