संभल में हुई हिंसा के संदर्भ में सार्वजनिक संपत्तियों को हुए नुकसान की भरपाई उपद्रवियों से कराने का निर्णय उत्तर प्रदेश सरकार और प्रशासन की कानून व्यवस्था बनाए रखने के प्रति प्रतिबद्धता को दर्शाता है। संभल के एसपी कृष्ण कुमार बिश्नोई का बयान इस दिशा में उठाए जाने वाले सख्त कदमों की ओर संकेत करता है।
मुख्य बिंदु:
- हिंसा में हुए नुकसान:
- हिंसा के दौरान एक करोड़ रुपये से अधिक का नुकसान आंका गया है।
- सार्वजनिक संपत्तियों जैसे ट्रांसफार्मर, कैमरे, और वाहनों को क्षति पहुँचाई गई।
- जलाई गईं कारें और अन्य बुनियादी ढांचे को हुए नुकसान को भी सूचीबद्ध किया जा रहा है।
- आरोपियों से वसूली:
- उपद्रवियों की पहचान के बाद वसूली कार्यवाही की जाएगी।
- आरोप पत्र तैयार होते ही वसूली के लिए उचित कदम उठाए जाएंगे।
- प्रभाव:
- यह निर्णय उत्तर प्रदेश सरकार के “दंगाइयों से भरपाई” नीति का हिस्सा है, जिसे राज्य में कई अन्य हिंसक घटनाओं के बाद लागू किया गया है।
- यह कदम उन लोगों के लिए कड़ा संदेश है जो सार्वजनिक संपत्तियों को नुकसान पहुँचाते हैं।
वसूली का कानूनी प्रावधान:
उत्तर प्रदेश में सार्वजनिक और निजी संपत्ति को दंगों में हुए नुकसान की भरपाई के लिए उत्तर प्रदेश रिकवरी ऑफ डैमेज टू पब्लिक एंड प्राइवेट प्रॉपर्टी अधिनियम, 2020 लागू है। इसके तहत:
- संपत्ति को हुए नुकसान का आकलन किया जाता है।
- दोषियों की पहचान सीसीटीवी फुटेज और गवाहों के आधार पर की जाती है।
- दोषियों से वसूली के लिए संपत्तियों को जब्त करने की प्रक्रिया भी अपनाई जा सकती है।
प्रभाव और संदेश:
- कानूनी और आर्थिक दबाव: हिंसा में शामिल होने वाले लोग न केवल कानूनी दंड का सामना करेंगे, बल्कि आर्थिक नुकसान भी उठाएंगे।
- रोकथाम: यह कदम भविष्य में ऐसे दंगों और हिंसक घटनाओं पर रोक लगाने के लिए एक प्रभावी उपाय साबित हो सकता है।
- पुनर्वास: वसूली से प्रभावित क्षेत्र की बर्बाद हुई संरचनाओं को दोबारा बनाने और बहाल करने में मदद मिलेगी।
संभल हिंसा में अब तक 34 लोग गिरफ्तार
एसपी केके बिश्नोई ने कहा कि 24 नवंबर की घटना के मामले में 34 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। जल्द ही हम बाकी लोगों को भी गिरफ्तार कर लेंगे। करीब 83 लोग के नाम प्रकाश में आ चुके हैं। हमारे पास लगभग 400 से अधिक लोगों की तस्वीरें हैं। मैं उन सभी से अपील करता हूं जो इस घटना में शामिल थे, वे पुलिस के सामने सरेंडर कर दें। हमारे पास सभी फुटेज हैं, इसलिए आपको कबूल करने के लिए पुलिस स्टेशन आना चाहिए। साक्ष्यों के आधार पर पुलिस उनके खिलाफ कार्रवाई करेगी।
#WATCH | Sambhal | On the Sambhal issue, Sambhal SP KK Bishnoi says, “The elected representatives and influential people of the district have formed a new peace committee and they are meeting today at 3 pm. They are in conversation with the workers and maulanas of the district… pic.twitter.com/uYwYY0d9Nb
— ANI (@ANI) December 5, 2024
शांतिपूर्वक शुक्रवार को नमाज अदा करने की अपील
एसपी ने कहा कि जिले में जो पहले शांति समिति थी उसे भंग करके जनपद के जो चुनिंदा लोग है जिनकी लोगों में पहुंच है। उन लोगों ने एक नई समिति बनाई है। हम जिले के मौलानाओं से बातचीत कर रहे हैं कि जिस तरह से पिछले शुक्रवार को नमाज पढ़ी गई थी, इस बार भी उसी तरह से नमाज पढ़ी जाए। मैं उम्मीद करता हूं कि शुक्रवार की नमाज शांतिपूर्ण तरीके से अदा की जाएगी। उन्होंने कहा कि इस दौरान पुलिस पैदल भी गश्त करेगी।
हिंसा में हुई थी चार लोगों की मौत
बता दें कि संभल में हिंसा 24 नवंबर को भारतीय पुरातत्व सर्वेक्षण (एएसआई) द्वारा मुगलकालीन मस्जिद का सर्वे करने के दौरान भड़क उठी थी। हिंसक झड़प में चार लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए। इस संबंध में पुलिस ने कई लोगों के खिलाफ केस दर्ज किया है। आरोपियों में सपा के स्थानीय सांसद और विधायक भी शामिल हैं।