केंद्रीय सड़क परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने भारी वाहनों के ड्राइवरों के काम के घंटों को ट्रैक करने और उनकी सुरक्षा सुनिश्चित करने के लिए नई योजनाओं की घोषणा की है। ये कदम भारत में सड़क सुरक्षा को बढ़ाने और ड्राइवरों के काम के बोझ को कम करने के उद्देश्य से उठाए जा रहे हैं।
Nitin Gadkari announces "cashless treatment" scheme for road accident victims
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— ANI Digital (@ani_digital) January 8, 2025
मुख्य बिंदु:
1. काम के घंटों की सीमा तय करने की पहल
- भारत में भारी वाहन ड्राइवर अक्सर 12 घंटे या उससे अधिक समय तक ड्राइविंग करते हैं, जिससे सड़क दुर्घटनाओं और थकान का खतरा बढ़ता है।
- विकसित देशों (अमेरिका, यूरोप) में ड्राइवरों को अधिकतम 8 घंटे तक ही गाड़ी चलाने की अनुमति है।
- भारत में भी ऐसा नियम लागू करने की योजना है।
2. आधार आधारित ट्रैकिंग सिस्टम
- ड्राइवर के काम के घंटों को ट्रैक करने के लिए आधार कार्ड-आधारित सिस्टम विकसित किया जाएगा।
- ड्राइवरों को अपने काम के घंटे रिकॉर्ड करने के लिए आधार कार्ड स्वाइप करना होगा।
3. सुरक्षा उपायों में सुधार
- सभी नए भारी वाहनों में निम्नलिखित फीचर्स अनिवार्य किए जाएंगे:
- स्वचालित आपातकालीन ब्रेकिंग सिस्टम
- इलेक्ट्रॉनिक स्टेबिलिटी कंट्रोल
- नींद आने पर चेतावनी देने वाला ऑडियो अलर्ट सिस्टम
4. व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग (VLTD)
- वाणिज्यिक वाहनों में व्हीकल लोकेशन ट्रैकिंग डिवाइस (VLTD) पहले से अनिवार्य है।
- इस डिवाइस को आधार-आधारित सिस्टम से जोड़कर ड्राइवर के काम के घंटे और वाहन की स्थिति ट्रैक की जाएगी।
5. कानूनी स्थिति
- मोटर परिवहन कर्मचारी अधिनियम के तहत राज्यों को ड्राइवरों के काम के घंटे और स्थितियां अधिसूचित करने का अधिकार है।
- लेकिन, अब तक केवल कुछ राज्यों ने इसे लागू किया है।
6. जयपुर हादसे से सबक
- हाल ही में जयपुर में हुए सड़क हादसे में पता चला कि टैंकर का ड्राइवर 12 घंटे से ज्यादा समय तक गाड़ी चला रहा था।
- यह घटना ड्राइवरों के लंबे काम के घंटों की समस्या को उजागर करती है।
#WATCH | CORRECTION | Union Minister of Road Transport & Highways, Nitin Gadkari says "In the meeting, the first priority was for road safety – 1.80 lakh deaths have occurred in 2024. 30,000* people died because of not wearing a helmet. The second serious thing is that 66%* of… pic.twitter.com/Xsh1Q04VXn
— ANI (@ANI) January 8, 2025
नितिन गडकरी की इस पहल से न केवल ड्राइवरों की सुरक्षा सुनिश्चित होगी, बल्कि सड़क दुर्घटनाओं में भी कमी आएगी। आधुनिक तकनीक और कड़े नियमों के माध्यम से सरकार सड़क परिवहन क्षेत्र को सुरक्षित और व्यवस्थित बनाने की दिशा में काम कर रही है।