उत्तर प्रदेश के प्रयागराज में जारी महाकुंभ में करोड़ों श्रद्धालु गंगा, यमुना और अदृश्य सरस्वती के त्रिवेणी संगम में स्नान के लिए पहुंचे हैं। बुधवार को मौनी अमावस्या के अवसर पर सुबह तक 3.5 करोड़ से अधिक श्रद्धालु अमृत स्नान कर चुके थे। हालांकि, रात 1 से 1:30 बजे के बीच श्रद्धालुओं की भारी भीड़ के कारण भगदड़ जैसी स्थिति पैदा हो गई, जिसमें कई लोग घायल हो गए।
पीएम मोदी ने जताया दुख, घायलों के जल्द स्वस्थ होने की कामना
महाकुंभ में हुई इस दुर्घटना पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने ट्वीट कर शोक व्यक्त किया। उन्होंने कहा:
“प्रयागराज महाकुंभ में हुआ हादसा अत्यंत दुखद है। इसमें जिन श्रद्धालुओं ने अपने परिजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। इसके साथ ही मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हरसंभव मदद में जुटा हुआ है। इस सिलसिले में मैंने मुख्यमंत्री योगी जी से बातचीत की है और मैं लगातार राज्य सरकार के संपर्क में हूं।”
प्रयागराज महाकुंभ में हुआ हादसा अत्यंत दुखद है। इसमें जिन श्रद्धालुओं ने अपने परिजनों को खोया है, उनके प्रति मेरी गहरी संवेदनाएं। इसके साथ ही मैं सभी घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना करता हूं। स्थानीय प्रशासन पीड़ितों की हरसंभव मदद में जुटा हुआ है। इस सिलसिले में मैंने…
— Narendra Modi (@narendramodi) January 29, 2025
श्रद्धालुओं की सुरक्षित वापसी के लिए रेलवे का आपातकालीन प्लान
सूत्रों के अनुसार, दिल्ली में प्रधानमंत्री आवास पर हुई केंद्रीय कैबिनेट की बैठक में पीएम मोदी ने रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव से विशेष बातचीत की। उन्होंने महाकुंभ में भगदड़ के बाद श्रद्धालुओं को सुरक्षित बाहर निकालने की रेलवे की तैयारियों के बारे में जानकारी ली।
रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव ने पीएम मोदी को बताया कि:
- 360 से अधिक ट्रेनें बुधवार को प्रयागराज से संचालित की जा रही हैं।
- प्रयागराज के विभिन्न रेलवे स्टेशनों से हर 4 मिनट में एक ट्रेन चलाई जा रही है।
- भीड़ नियंत्रण के लिए RPF और GRP के जवानों को तैनात किया गया है।
- श्रद्धालुओं को कलर-कोडेड व्यवस्था के तहत रेलवे स्टेशन में प्रवेश दिया जा रहा है, जिससे भीड़ को व्यवस्थित किया जा सके।
सीएम योगी ने दिए निर्देश, घायलों का इलाज जारी
मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने भी घटना को लेकर प्रशासन को आवश्यक निर्देश दिए हैं। उन्होंने लोगों से अपने नजदीकी घाटों पर ही स्नान करने की अपील की, ताकि अनावश्यक भीड़ से बचा जा सके।
महाकुंभ 2025 का यह दूसरा ‘अमृत स्नान’ है, और प्रशासन को अनुमान है कि आज 8 से 10 करोड़ लोग स्नान कर सकते हैं। इसे देखते हुए सुरक्षा को लेकर सतर्कता बढ़ा दी गई है।