अगर आप UPI से पेमेंट करते हैं, तो यह खबर आपके लिए बहुत जरूरी है। नेशनल पेमेंट्स कॉरपोरेशन ऑफ इंडिया (NPCI) ने UPI ट्रांजैक्शन से जुड़े नए नियमों की घोषणा की है, जो 1 फरवरी 2025 से लागू होंगे। इस नए नियम के तहत *UPI ID में स्पेशल कैरेक्टर्स (@, #, $, ) का इस्तेमाल नहीं किया जा सकेगा। जिनकी UPI ID में ऐसे कैरेक्टर्स होंगे, उन्हें अपनी ID अपडेट करनी होगी, वरना उनका लेन-देन विफल हो जाएगा।
NPCI के नए UPI नियम क्या हैं..?
✅ UPI ID में स्पेशल कैरेक्टर (@, #, $, ) की अनुमति नहीं होगी।
✅ केवल अल्फान्यूमेरिक कैरेक्टर्स (A-Z, 0-9) से बनी UPI ID ही वैध मानी जाएगी।
✅ अगर UPI ID में स्पेशल कैरेक्टर्स होंगे, तो वह ब्लैकलिस्ट हो जाएगी और ट्रांजैक्शन फेल हो जाएगा।
✅ नए नियम डिजिटल सुरक्षा को मजबूत करने और फ्रॉड रोकने के लिए लागू किए जा रहे हैं।
क्यों बदले गए हैं UPI के नियम.?
भारत में UPI ट्रांजैक्शन तेजी से बढ़ रहा है और डिजिटल पेमेंट सिस्टम का अहम हिस्सा बन चुका है। दिसंबर 2024 में UPI ट्रांजैक्शन 16.73 बिलियन तक पहुंच गया था, जो पिछले महीनों की तुलना में 8% अधिक था। लेकिन इसके साथ ही ऑनलाइन धोखाधड़ी और साइबर फ्रॉड के मामले भी बढ़े हैं। NPCI ने UPI इकोसिस्टम को अधिक सुरक्षित बनाने के लिए यह कदम उठाया है।
NPCI सर्कुलर में क्या कहा गया है..?
NPCI ने 9 जनवरी 2025 को एक सर्कुलर जारी किया, जिसमें UPI ID में स्पेशल कैरेक्टर्स के उपयोग पर रोक लगाने का फैसला लिया गया।
- 1 फरवरी 2025 से UPI ID में केवल (A-Z) और (0-9) कैरेक्टर्स ही मान्य होंगे।
- अगर कोई उपयोगकर्ता अपनी UPI ID अपडेट नहीं करता, तो उसके ट्रांजैक्शन फेल हो जाएंगे।
- बैंकों और पेमेंट सर्विस प्रोवाइडर्स को यह सुनिश्चित करना होगा कि नए नियम का सख्ती से पालन किया जाए।
अब UPI यूजर्स को क्या करना होगा?
- अपनी UPI ID चेक करें और देखें कि उसमें कोई स्पेशल कैरेक्टर (@, #, $, ) तो नहीं है।
- अगर UPI ID में स्पेशल कैरेक्टर है, तो उसे तुरंत अपडेट करें।
- UPI ट्रांजैक्शन में किसी भी रुकावट से बचने के लिए अपनी बैंकिंग ऐप या UPI ऐप से नई ID बनाएं।
- नए नियमों के अनुसार ही UPI ID को अपडेट करने के बाद ट्रांजैक्शन जारी रखें।
क्या है उद्देश्य
NPCI के नए नियमों का उद्देश्य UPI को अधिक सुरक्षित और भरोसेमंद बनाना है। अगर आप UPI पेमेंट का इस्तेमाल करते हैं, तो 1 फरवरी 2025 से पहले अपनी UPI ID अपडेट कर लें, ताकि आपका UPI ट्रांजैक्शन बाधित न हो। यह बदलाव डिजिटल सुरक्षा को बढ़ाने और ऑनलाइन धोखाधड़ी को रोकने के लिए किया गया है।