राजस्थान के बांसवाड़ा जिले में हुई इस दर्दनाक घटना ने न केवल वहां के स्थानीय लोगों, बल्कि पूरे राज्य को झकझोर दिया है। बारूद फैक्ट्री और पटाखा गोदाम में हुई धमाकों और आग की घटनाओं ने कई सवाल खड़े किए हैं। यहां तक कि घटनास्थल पर राहत कार्यों में शामिल अधिकारियों को भी जानलेवा धमाकों का सामना करना पड़ा।
घटनाओं का विवरण:
- बारूद फैक्ट्री में धमाका: बांसवाड़ा जिले में एक बारूद फैक्ट्री में जोरदार धमाका हुआ, जिसके बाद फैक्ट्री में आग लग गई। धमाके के समय फैक्ट्री में कई मजदूर काम कर रहे थे, जिनके घायल होने की संभावना है।
- पटाखा गोदाम में आग: जयपुर मार्ग पर स्थित एक पटाखा गोदाम में भी आग लगने के बाद दो बड़े ब्लास्ट हुए। गोदाम में पति-पत्नी और चार बच्चों समेत कुल 12 लोग थे। हादसे के बाद लगातार पटाखों के धमाके हो रहे थे।
- राहत और बचाव कार्य: पुलिस और फायर ब्रिगेड मौके पर पहुंचे और राहत कार्य में जुटे हुए हैं। फैक्ट्री की दीवार जेसीबी से तोड़ी गई और अंदर फंसे लोगों को निकाला गया। हालांकि, एक और ब्लास्ट हुआ, जिससे राहत कार्य में लगे अधिकारी भी खतरे में आ गए।
घटनास्थल पर संकट:
- पुलिस और बचाव दल घटनास्थल पर मौजूद हैं, और स्थिति का आकलन किया जा रहा है।
- फैक्ट्री मालिक पर आरोप: इस हादसे के बाद फैक्ट्री मालिक पर बच्चों से जबरन काम करने का आरोप भी सामने आ रहा है, जो गंभीर मानवाधिकार उल्लंघन की ओर इशारा करता है।
स्थिति:
फिलहाल स्थिति चिंताजनक है, और राहत कार्य जारी है। अधिकारी अभी तक यह नहीं बता पाए हैं कि कितने लोग घायल हुए हैं, लेकिन यह सुनिश्चित किया जा रहा है कि सभी घायलों को जल्द से जल्द उपचार मिले।
यह घटना सुरक्षा मानकों की कमी और अव्यवस्था की गंभीरता को उजागर करती है। राज्य प्रशासन को इस दिशा में कड़े कदम उठाने की आवश्यकता है, ताकि भविष्य में इस तरह की घटनाओं को रोका जा सके।