यह मामला लव जिहाद और जबरन धर्म परिवर्तन से जुड़ा है, जिसमें पश्चिम बंगाल के दिनाजपुर से संबंध रखने वाले आरोपियों ने शादी का झांसा देकर नाबालिग लड़की को भगाने और उसे धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर करने की साजिश रची थी।
गिरफ्तारी की प्रमुख बातें:
- आरोपी: मुख्य आरोपी भीम मंडल को पुलिस पहले ही गिरफ्तार कर चुकी थी, जबकि उसके माता-पिता तमरुद्दीन उर्फ बोगला मंडल और मीना बीबी पिछले आठ महीने से फरार थे।
- मामले की शुरुआत: जून 2024 में नाबालिग लड़की के दादा ने उसकी गुमशुदगी की शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें आरोप था कि भीम मंडल ने शादी का झांसा देकर लड़की को भगाया और उसके माता-पिता ने इसमें मदद की।
- सोशल मीडिया का उपयोग: भीम मंडल ने फेसबुक और इंस्टाग्राम के जरिए पहले दोस्ती की, फिर शादी का झांसा देकर लड़की को फंसाया।
- धोखा और दबाव: जब लड़की को पता चला कि भीम मंडल मुस्लिम और पश्चिम बंगाल का रहने वाला है, तो उसने संबंध तोड़ने की कोशिश की, लेकिन आरोपी और उसके माता-पिता ने दबाव डालकर उसे धर्म परिवर्तन के लिए मजबूर किया।
- पुलिस की कार्रवाई:
- जुलाई 2024 में मुख्य आरोपी भीम मंडल गिरफ्तार हुआ, और लड़की को छुड़ा लिया गया।
- फरवरी 2025 में तमरुद्दीन और मीना बीबी को भी पुलिस ने पकड़ लिया।
- दोनों पर 25-25 हजार रुपये का इनाम था।
- दोनों आरोपियों को न्यायालय में पेश कर जेल भेज दिया गया।
पश्चिम बंगाल कनेक्शन और धर्मांतरण गिरोह
इस मामले से एक बार फिर पश्चिम बंगाल के कन्वर्जन नेटवर्क का लिंक उजागर हुआ है। इस तरह की घटनाओं में अक्सर देखा गया है कि बंगाल, असम और केरल में संगठित तरीके से लव जिहाद और कन्वर्जन गैंग सक्रिय हैं। पुलिस और सुरक्षा एजेंसियां अब ऐसे मामलों में गहन जांच कर रही हैं, खासकर सोशल मीडिया का इस्तेमाल कर युवतियों को फंसाने की बढ़ती प्रवृत्ति को लेकर।
इस गिरफ्तारी से पुलिस को राहत मिली है, लेकिन यह घटना बताती है कि धर्मांतरण और लव जिहाद के मामलों में संगठित गैंग सक्रिय हैं, जिन्हें जड़ से खत्म करने के लिए सख्त कार्रवाई की जरूरत है।