भारतीय वायुसेना का जगुआर लड़ाकू विमान आज हरियाणा के पंचकूला में दुर्घटनाग्रस्त हो गया। यह विमान अंबाला एयरबेस से एक प्रशिक्षण उड़ान के लिए रवाना हुआ था।
हादसे की मुख्य बातें:
✅ हादसे का स्थान: पंचकूला का मोरनी क्षेत्र, बालदवाला गांव के पास।
✅ पायलट सुरक्षित: दुर्घटना के समय पायलट ने इजेक्शन लेकर खुद को बचा लिया।
✅ कोई हताहत नहीं: जमीन पर किसी तरह की जान-माल की हानि नहीं हुई।
✅ जांच के आदेश: भारतीय वायुसेना ने दुर्घटना के कारणों की कोर्ट ऑफ इंक्वायरी के आदेश दिए हैं।
जगुआर विमान:
🔹 सेवा में शामिल: 1980 से भारतीय वायुसेना में।
🔹 भूमिका: ग्राउंड अटैक और गहरी पैठ वाले हमलों में सक्षम।
🔹 मूल रूप से: ब्रिटेन और फ्रांस द्वारा विकसित, लेकिन भारत में HAL द्वारा अपग्रेड किया गया।
🔹 उन्नयन: भारतीय वायुसेना के DARIN-III अपग्रेड के तहत जगुआर को नई एवियोनिक्स और हथियार प्रणालियों से लैस किया गया।
A Jaguar aircraft of the IAF crashed at Ambala, during a routine training sortie today, after encountering system malfunction. The pilot maneuvered the aircraft away from any habitation on ground, before ejecting safely.
An inquiry has been ordered by the IAF, to ascertain the…
— Indian Air Force (@IAF_MCC) March 7, 2025
हाल के वर्षों में जगुआर की दुर्घटनाएँ:
📌 जुलाई 2018 – गुजरात के कच्छ में एक जगुआर दुर्घटनाग्रस्त, पायलट शहीद।
📌 जनवरी 2019 – उत्तर प्रदेश के कुशीनगर में एक जगुआर हादसे का शिकार।
📌 जून 2022 – एक जगुआर तकनीकी खराबी के चलते अंबाला में दुर्घटनाग्रस्त।
क्या भारतीय वायुसेना को जगुआर बेड़े को रिटायर कर देना चाहिए?
जगुआर चार दशक से अधिक समय से सेवा में हैं और इनके इंजन अपग्रेड को लेकर चुनौतियाँ बनी हुई हैं। तेजस MK-2, AMCA और राफेल जैसे नए लड़ाकू विमानों के आने से सवाल उठ रहा है कि क्या इन्हें अब धीरे-धीरे रिटायर कर देना चाहिए?