पीएम नरेंद्र मोदी ने टेस्ला और एक्स के मालिक एलन मस्क से फोन (PM Modi Elon musk Talk) पर बात की है. पीएम मोदी ने खुद ट्वीट कर इस बात की जानकारी दी. उन्होंने एक्स पर पोस्ट कर लिखा कि उनकी एलन मस्क के साथ अलग-अलग मुद्दों पर चर्चा हुई. इस साल की शुरुआत में वाशिंगटन डीसी में हुई बैठक के दौरान जिन मुद्दों पर उनकी बात हुई थी, फोन पर बातचीत में वे मुद्दे भी शामिल रहे.
Spoke to @elonmusk and talked about various issues, including the topics we covered during our meeting in Washington DC earlier this year. We discussed the immense potential for collaboration in the areas of technology and innovation. India remains committed to advancing our…
— Narendra Modi (@narendramodi) April 18, 2025
पीएम मोदी ने बताया कि मस्क और उनके बीच टोक्नोलॉजी और इनोवेशन के क्षेत्रों में सहयोग की अपार संभावनाओं पर चर्चा हुई. भारत इन क्षेत्रों में अमेरिका के साथ अपनी साझेदारी को आगे बढ़ाने के लिए प्रतिबद्ध है. बता दें कि ऐसे में मस्क की कंपनियां टेस्ला, स्पेसएक्स और स्टारलिंक भारत के तकनीकी भविष्य को नई दिशा दे सकती हैं. अमेरिका में हुई मुलाकात के दौरान दोनों नेताओं के बीच साइंस,इनोवेशन और स्पेस टेक्नोलॉजी जैसे अहम विषयों पर बातचीत हुई थी.
पीएम नरेंद्र मोदी के अमेरिका दौरे की ख़ास बातों में से एक उनकी मुलाकात एलन मस्क से थी, और ये मुलाकात डोनाल्ड ट्रंप से पहले हुई थी — जो कि मीडिया में काफी चर्चा का विषय भी बना।
इस मुलाकात में सबसे दिलचस्प पहलू यह रहा कि पीएम मोदी ने एलन मस्क के बच्चों के साथ भी बातचीत की, जो यह दर्शाता है कि बातचीत केवल व्यवसायिक या राजनीतिक दायरे में सीमित नहीं थी, बल्कि उसमें एक मानवीय और पारिवारिक जुड़ाव भी दिखा।
एलन मस्क और मोदी के बीच पहले भी संबंध रहे हैं, खासकर भारत में Tesla और SpaceX से जुड़ी संभावनाओं को लेकर। इस मुलाकात ने उन संभावनाओं को और मजबूती दी होगी।
पीएम मोदी के साथ एलन मस्क की मुलाकात बहुत अहम रही थी. मस्क पीएम मोदी से अपनी पत्नी और तीन बच्चों के साथ मिलने पहुंचे थे. माना जा रहा है कि मस्क अपना कारोबार चीन से समेटकर कहीं और बढ़ाना चाहते हैं. इसके लिए उनके पास भारत से बेहतर विकल्प कोई और नहीं हो सकता.
क्या है मस्क का बिजनेस प्लान?
मस्क पहले भी टेस्ला से लेकर स्टारलिंक तक को भारत में लाना चाहते थे. हालांकि, कुछ वजहों से ये नहीं हो सका था. सबसे बड़ी दिक्कत ये थी कि टेस्ला और स्टारलिंक के आने से भारतीय उद्योगों को काफी मुश्किलों का सामना करना पड़ सकता है. पीएम मोदी और मस्क की मीटिंग के दौरान जो तस्वीरें सामने आई थीं उनको देखकर लग रहा था कि इस मीटिंग में काफी हद तक समस्याओं का समाधान ढूंढ लिया गया था.