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RSS chief Mohan Bhagwat calls for Hindu community to END caste differences — 'One temple, one well, one cremation ground' 🚩 pic.twitter.com/FGU2Ui9d18
— Megh Updates 🚨™ (@MeghUpdates) April 20, 2025
आरएसएस प्रमुख द्वारा कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए परिवार की भूमिका को समाज की मूलभूत इकाई बताना एक गहरी बात है। उनके इस कथन से कई महत्वपूर्ण संदेश निकलते हैं:
🟠 सामूहिक त्योहारों का आयोजन – जब त्योहारों को मिलजुल कर मनाया जाता है, तो इससे आपसी भाईचारा, सामाजिक समरसता, और राष्ट्रभक्ति की भावना प्रबल होती है।
🟠 परिवार की भूमिका – परिवार सिर्फ व्यक्तिगत संबंधों की इकाई नहीं, बल्कि समाज और राष्ट्र निर्माण की नींव है। एक सशक्त परिवार ही एक सशक्त समाज बनाता है।
🟠 राष्ट्रवाद और सामाजिक एकता – सामूहिकता के माध्यम से जब समाज एकजुट होता है, तो वह राष्ट्रवाद की भावना को मजबूत करता है।
इस तरह के संदेश कार्यकर्ताओं को प्रेरित करते हैं कि वे समाज में सकारात्मक बदलाव, एकता, और संस्कृति के संरक्षण के लिए सक्रिय भूमिका निभाएं।
शताब्दी समारोह की तैयारी
आरएसएस प्रमुख मोहन भागवत का यह दौरा 17 अप्रैल को शुरू हुआ था। इस दौरान मोहन भागवत ब्रज क्षेत्र के आरएसएस प्रचारकों के साथ रोजाना बैठक कर रहे हैं। आरएसएस को 100 वर्ष पूरे हो चुके हैं। इस साल विजयादशमी मौके पर आरएसएस का शताब्दी समारोह देखने को मिलेगा। मोहन भागवत का यह दौरा भी उन्हीं तैयारियों का हिस्सा है।