“11 साल मोदी सरकार” जनसंपर्क अभियान का स्वरूप
मुख्य उद्देश्य:
- मोदी सरकार की उपलब्धियों को जन-जन तक पहुँचाना।
- वंचित और दूरस्थ वर्गों से सीधा जुड़ाव।
- “ऑपरेशन सिंदूर” की सफलता और जातिगत जनगणना के फैसले को जनमानस तक पहुँचाना।
- 2029 की ओर अग्रसर पार्टी के रोडमैप की पृष्ठभूमि तैयार करना।
पदयात्रा की रणनीति
तत्व |
विवरण |
नेतृत्व |
केंद्रीय मंत्री, सांसद |
स्थान |
अपने-अपने संसदीय क्षेत्र |
दूरी |
20–25 किमी/दिन |
आवृत्ति |
सप्ताह में 2 दिन |
रात्रि विश्राम |
ग्रामीण क्षेत्रों में |
संवाद का तरीका |
छोटे समूहों से सीधी बातचीत, रात्रिभोज स्थानीय वंचित परिवारों के साथ |
प्रमुख मुद्दे जो प्रचारित किए जाएंगे
मुद्दा |
विवरण |
ऑपरेशन सिंदूर |
भारतीय सेना द्वारा कथित रूप से पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर (PoK) और पाकिस्तान में आतंकी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक/हवाई हमले। इसका वर्णन “साहसिक कार्रवाई” के रूप में किया जाएगा। |
जातिगत जनगणना |
मोदी सरकार द्वारा जाति-आधारित जनगणना का समर्थन और उसे लागू करने की मंशा, जिसे सामाजिक न्याय के संदर्भ में पेश किया जाएगा। |
विकास योजनाएं |
उज्ज्वला योजना, आयुष्मान भारत, पीएम किसान सम्मान निधि, हर घर जल योजना, मुद्रा योजना, डिजिटल इंडिया, आत्मनिर्भर भारत जैसे कार्यक्रम। |
लक्ष्य समूह: 4 मुख्य वर्ग
- किसान
- महिला
- युवा
- गरीब
इन चारों वर्गों के लिए अलग-अलग बैठकें, चौपाल, जनसंवाद कार्यक्रम आयोजित किए जाएंगे। साथ ही बुद्धिजीवियों और पेशेवर वर्ग से संवाद भी एक प्रमुख हिस्सा होगा।
संगठनात्मक ढांचा
- एक समर्पित कमेटी बनाई जा रही है जिसमें संगठन और कैबिनेट दोनों के वरिष्ठ नेता होंगे।
- कमेटी यह तय करेगी:
- किस क्षेत्र में किस प्रकार का कार्यक्रम होगा।
- कौन से मंत्री कहाँ जाएंगे।
- किस तरह से प्रेस कॉन्फ्रेंस, सोशल मीडिया, रैली आदि को समन्वित किया जाएगा।
प्रचार के अन्य माध्यम
- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की कुछ बड़ी जनसभाएं।
- देशभर में प्रेस कॉन्फ्रेंस।
- सोशल मीडिया अभियान (हैशटैग, वीडियो सीरीज़, इन्फोग्राफिक्स)।
- TV और रेडियो इंटरव्यू व सरकार समर्थित विज्ञापन।
राजनीतिक दृष्टिकोण से विश्लेषण
पहलू |
अनुमानित उद्देश्य |
जनसंपर्क से जमीन पर पकड़ मजबूत करना |
सरकार की लोकप्रियता को बनाए रखना और विपक्षी आरोपों का जवाब देना। |
जातिगत जनगणना पर रुख स्पष्ट करना |
ओबीसी/दलित वर्गों को यह संकेत देना कि भाजपा सामाजिक न्याय के एजेंडे को भी अपना रही है। |
‘ऑपरेशन सिंदूर’ को उजागर करना |
राष्ट्रीय सुरक्षा को फिर से चुनावी विमर्श का हिस्सा बनाना। |
ग्रामीण क्षेत्रों पर फोकस |
वह वर्ग जो सीधे सरकारी योजनाओं का लाभार्थी है और भाजपा के लिए कोर वोटबैंक बन चुका है। |
महत्वपूर्ण तिथि
- 9 जून 2025: नरेंद्र मोदी के तीसरे कार्यकाल का पहला वर्ष पूर्ण
निष्कर्ष:
यह पदयात्रा और प्रचार अभियान मोदी सरकार के शासन को “जन-जन तक पहुंचाने” का प्रयास है। यह अभियान 2024 के जनादेश को स्थिर और गहरा करने का औजार हो सकता है, खासकर तब जब विपक्ष जातिगत जनगणना, महंगाई, बेरोजगारी जैसे मुद्दों पर सरकार को घेरने की कोशिश कर रहा है।