AMCA प्रोजेक्ट – भारत का पहला 5वीं पीढ़ी का स्टेल्थ फाइटर जेट
राजनाथ सिंह की मंजूरी से प्रोजेक्ट को बूस्ट
- रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने हाल ही में AMCA प्रोजेक्ट के एग्जीक्यूशन मॉडल को मंजूरी दी है।
- अब प्रोटोटाइप डेवलपमेंट, पार्टनर कंपनियों की तलाश और निर्माण की राह खुल गई है।
- इस परियोजना की जिम्मेदारी एयरोनॉटिकल डेवलपमेंट एजेंसी (ADA) को दी गई है।
- जल्द EOI (Expression of Interest) के ज़रिए निजी और सरकारी सहयोगियों को जोड़ा जाएगा।
AMCA की मुख्य विशेषताएं
विशेषता | विवरण |
---|---|
पीढ़ी | 5वीं जनरेशन स्टेल्थ फाइटर |
इंजन | डबल इंजन |
सीटें | सिंगल सीटर |
गति | सुपरसोनिक – ~2500 किमी/घंटा |
स्टेल्थ | रडार से अदृश्य |
उड़ान समय | 10 घंटे तक निरंतर उड़ान |
हथियार | 11 हार्डप्वाइंट्स (ज़्यादातर इंटरनल) |
ऑपरेशन | लो-विजिबिलिटी ऑपरेशन, AI पावर्ड |
AI और आधुनिक तकनीक से लैस
- AI आधारित इलेक्ट्रॉनिक पायलट – रियल टाइम निर्णय लेने की क्षमता।
- नेट-सेंट्रिक वॉरफेयर – एयरक्राफ्ट्स और ग्राउंड सिस्टम्स से लगातार संपर्क।
- इंटीग्रेटेड व्हीकल हेल्थ मॉनिटरिंग – स्वचालित मेंटेनेंस निगरानी।
- इंटरनल वेपन बे – स्टेल्थ बनाए रखते हुए हथियारों का संचालन।
रणनीतिक लक्ष्य
- भारतीय वायुसेना की हवाई क्षमता को आधुनिक बनाना।
- भारत को डिफेंस मैन्युफैक्चरिंग हब के रूप में स्थापित करना।
- रोजगार सृजन, टेक्नोलॉजी ट्रांसफर और एयरोस्पेस सेक्टर का विस्तार।
टाइमलाइन
चरण | अनुमानित समय |
---|---|
पहली उड़ान | 2028 |
वायुसेना में शामिल | 2034-35 तक |
मॉडल प्रदर्शनी | एयर इंडिया शो 2025, बेंगलुरु |
भारत बनाम चीन-पाकिस्तान
- चीन-पाकिस्तान द्वारा इस्तेमाल किए जा रहे J-31 जैसे स्टेल्थ फाइटर्स की तुलना में AMCA ज़्यादा एडवांस्ड और आत्मनिर्भर परियोजना है।
- यह प्रोजेक्ट भारत को वैश्विक 5वीं पीढ़ी के एयरक्राफ्ट निर्माता देशों की सूची में खड़ा करेगा – जैसे अमेरिका (F-22, F-35), रूस (Su-57), चीन (J-20)।
निष्कर्ष
AMCA केवल एक लड़ाकू विमान नहीं, बल्कि आत्मनिर्भर भारत के हवाई सुरक्षा की रीढ़ है। यह भविष्य की लड़ाइयों के लिए तैयार AI, स्टेल्थ, और नेटवर्किंग क्षमताओं से युक्त भारतीय समाधान है।