डोनाल्ड ट्रंप और एलन मस्क के बीच का विवाद अब अमेरिकी राजनीति और तकनीकी जगत में एक बड़े टकराव का रूप ले चुका है। कभी एक-दूसरे के करीबी रहे ये दोनों अब सार्वजनिक रूप से एक-दूसरे पर आरोप-प्रत्यारोप कर रहे हैं, जिससे उनके संबंधों में गहरी दरार आ गई है।
विवाद की शुरुआत: ‘वन बिग ब्यूटीफुल बिल’ पर मतभेद
इस विवाद की जड़ ट्रंप के ‘वन बिग ब्यूटीफुल बिल’ नामक खर्च विधेयक से जुड़ी है। एलन मस्क ने इस विधेयक की आलोचना करते हुए इसे “घृणित” करार दिया और कहा कि इससे संघीय घाटा बढ़ेगा। इसके जवाब में ट्रंप ने मस्क को “पागल” कहा और उनके सरकारी अनुबंधों को रद्द करने की धमकी दी ।
एलन मस्क के जवाबी कदम
मस्क ने ट्रंप के खिलाफ कई कदम उठाए:
- महाभियोग की मांग: मस्क ने ट्रंप के महाभियोग की मांग की, जिससे विवाद और बढ़ गया ।
- ‘द अमेरिका पार्टी’ की घोषणा: मस्क ने एक नई राजनीतिक पार्टी ‘द अमेरिका पार्टी’ बनाने की घोषणा की, जिससे रिपब्लिकन पार्टी में हलचल मच गई ।
- स्पेसएक्स के अनुबंधों पर खतरा: ट्रंप ने स्पेसएक्स के नासा के साथ अनुबंधों को समाप्त करने की धमकी दी, जिससे अमेरिका के अंतरिक्ष कार्यक्रमों पर असर पड़ सकता है ।
राजनीतिक और कानूनी दबाव
ट्रंप के सहयोगी स्टीव बैनन ने मस्क की नागरिकता पर सवाल उठाते हुए उन्हें “अवैध प्रवासी” कहा और उनके निर्वासन की मांग की। इसके जवाब में रूस ने मस्क को राजनीतिक शरण देने की पेशकश की, हालांकि मस्क ने इस पर कोई प्रतिक्रिया नहीं दी ।
आर्थिक प्रभाव
इस विवाद का आर्थिक असर भी देखने को मिला है:
- टेस्ला के शेयरों में गिरावट: टेस्ला के शेयरों में 14% की गिरावट आई, जिससे मस्क की संपत्ति में $34 बिलियन की कमी हुई ।
- ट्रंप मीडिया पर प्रभाव: ट्रंप मीडिया के शेयरों में भी 8% की गिरावट दर्ज की गई।
सुलह की संभावनाएं
रिपब्लिकन पार्टी के कुछ नेताओं ने दोनों के बीच सुलह की अपील की है। सीनेटर टेड क्रूज़ ने कहा कि अगर दोनों लड़ते रहे तो इसका परिणाम ठीक नहीं होगा । हालांकि, ट्रंप ने स्पष्ट किया है कि उनकी मस्क से बात करने की कोई योजना नहीं है ।