बेंगलुरु में दिल दहला देने वाली वारदात: पत्नी का सिर काटकर थाने पहुंचा पति, विवाहेत्तर संबंधों को बताया वजह
कर्नाटक की राजधानी बेंगलुरु से एक रूह कंपा देने वाली घटना सामने आई है, जिसने पूरे इलाके को झकझोर कर रख दिया है। यह सनसनीखेज मामला बेंगलुरु के अनेकल तालुक के चंदपुरा इलाके के पास स्थित हीलालीगे गांव का है, जहां 28 वर्षीय शख्स शंकर ने अपनी 26 वर्षीय पत्नी मानसा की हत्या कर उसका कटा हुआ सिर लेकर पुलिस थाने पहुंचकर आत्मसमर्पण कर दिया।
प्रेम विवाह के बाद भी रिश्तों में तनाव
पुलिस के अनुसार, शंकर और मानसा के बीच पहले प्रेम संबंध थे और पांच साल पहले दोनों ने आपसी सहमति से शादी की थी। इस दंपति की चार साल की एक बेटी भी है। दोनों निजी कंपनियों में काम करते थे — शंकर कोरमंगला में और मानसा बोम्मासंद्रा में। कुछ समय पहले ही ये दोनों हीलालीगे में किराए के मकान में रहने आए थे।
हत्या की रात क्या हुआ?
जानकारी के मुताबिक, 3 जून की रात शंकर ने घर से यह कहकर निकला था कि वह काम के सिलसिले में सुबह तक वापस आएगा। लेकिन उसने अचानक रात में ही लौटने का फैसला किया और घर आने पर कथित तौर पर उसने अपनी पत्नी को किसी अन्य व्यक्ति के साथ आपत्तिजनक स्थिति में देखा। इसके बाद दोनों के बीच जोरदार झगड़ा हुआ। पहले भी मानसा के कथित विवाहेत्तर संबंधों को लेकर दोनों में तनाव चल रहा था और एक बार तो वह अपनी मां के घर भी चली गई थी।
खौफनाक हत्या और आत्मसमर्पण
पुलिस पूछताछ में शंकर ने बताया कि गुस्से में आकर उसने धारदार हथियार से पत्नी का सिर धड़ से अलग कर दिया। इस भयावह कदम के बाद, शंकर ने अपनी पत्नी का कटा सिर एक बैग में रखा और स्कूटर पर रखकर सीधा सूर्यनगर पुलिस स्टेशन पहुंचा, जहां उसने पुलिस के सामने आत्मसमर्पण कर दिया।
पुलिस जांच जारी
इस अप्रत्याशित दृश्य को देखकर पुलिसकर्मी स्तब्ध रह गए। पुलिस ने तुरंत घटनास्थल का निरीक्षण किया और शंकर को गिरफ्तार कर लिया। आरोपी के खिलाफ हत्या का मामला दर्ज किया गया है और पूरी घटना की जांच जारी है। शुरुआती जांच में मामला घरेलू विवाद और अविश्वास के कारण हुई हत्या के रूप में सामने आया है।
समाज को झकझोरने वाली घटना
यह घटना न केवल दांपत्य संबंधों में विश्वास और संवाद के टूटने की भयावह परिणति है, बल्कि यह भी दर्शाती है कि मानसिक असंतुलन, गुस्से और बिना समाधान के रिश्तों में पनप रहे अविश्वास कैसे एक इंसान को हैवान बना सकता है। इस मामले ने न सिर्फ कानून-व्यवस्था को, बल्कि पूरे समाज को सोचने पर मजबूर कर दिया है।