मध्य प्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने सीहोर जिले को बड़ी सौगातें देते हुए एक मेगा विकास कार्यक्रम के अंतर्गत करोड़ों रुपये की परियोजनाओं का उद्घाटन और शिलान्यास किया। सीहोर में आयोजित कार्यक्रम में मुख्यमंत्री ने कहा कि “चिंतामण गणेश जी यहां हैं, तो चिंता किस बात की”। उन्होंने अपने संबोधन में भाजपा और कांग्रेस शासन की तुलना करते हुए कहा कि 2014 से पहले और 2014 के बाद का भारत और मध्य प्रदेश दोनों ही विकास की नई रफ्तार पर हैं।
मुख्यमंत्री ने सीहोर को नया कॉलेज, गीता भवन, नर्मदा जल परियोजना और कई अन्य विकास योजनाओं की सौगात दी। इसके साथ ही सीहोर नगर पालिका के लिए 50 करोड़ रुपये की विशेष घोषणा भी की गई। उन्होंने यह भी बताया कि हर खेत को सिंचाई के लिए पानी उपलब्ध कराने का संकल्प सरकार ने लिया है और सीहोर को नदी जोड़ो परियोजना से सीधा लाभ मिलेगा। उन्होंने सीहोर को आने वाले वर्षों में मेट्रोपॉलिटन सिटी के रूप में विकसित करने की बात कही।
इस दौरान मंच पर उनके साथ केंद्रीय कृषि मंत्री शिवराज सिंह चौहान भी उपस्थित थे। दोनों नेताओं ने ग्रामीण व शहरी विकास, युवाओं के लिए शिक्षा संस्थान, रोजगार, महिलाओं और किसानों के लिए योजनाओं पर ज़ोर दिया। मुख्यमंत्री ने कहा कि भाजपा सरकार गरीब, युवा, अन्नदाता और नारी शक्ति के कल्याण के लिए प्रतिबद्ध है।
मुख्यमंत्री डॉ. यादव ने कांग्रेस पर भी निशाना साधते हुए कहा कि 1956 से लेकर कांग्रेस के लंबे शासनकाल तक प्रदेश में सिर्फ 5 मेडिकल कॉलेज थे, जबकि भाजपा की सरकार अब तक इस संख्या को कई गुना बढ़ा चुकी है और आने वाले समय में प्रदेश में 50 मेडिकल कॉलेज होंगे। उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस के 55 वर्षों में गेहूं की कीमत मात्र ₹500 बढ़ी थी, लेकिन आज भाजपा सरकार ₹2600 प्रति क्विंटल के भाव पर गेहूं खरीद रही है।
डॉ. मोहन यादव ने यह संदेश दिया कि बिजली, पानी, सड़क, स्वास्थ्य और शिक्षा जैसे सभी क्षेत्रों में सरकार तेजी से काम कर रही है, और हर क्षेत्र में संतुलित विकास को प्राथमिकता दी जा रही है। उनका यह दौरा न केवल सीहोर के लिए बल्कि पूरे प्रदेश में सरकार की विकास प्राथमिकताओं का प्रतीक बन गया है।