हाथरस में डीएम के ड्राइवर की बेटी कल्पिता शर्मा की हत्या के मामले ने अब नया मोड़ ले लिया है। इस सनसनीखेज हत्याकांड में मुख्य आरोपी गुलशन को पुलिस ने गुरुवार रात मथुरा-बरेली बाईपास पर मुठभेड़ के बाद गिरफ्तार कर लिया। मुठभेड़ में गुलशन के दोनों पैरों में गोली लगी, जिसके बाद उसे जिला अस्पताल में भर्ती कराया गया। अस्पताल में गुलशन ने मीडिया के सामने दावा किया कि उसका कल्पिता से पांच साल से प्रेम संबंध था और तीन साल पहले दोनों ने हाथरस के बिसाना स्थित तारागढ़ मंदिर में शादी भी की थी। गुलशन का आरोप है कि कल्पिता ने हाल ही में किसी अन्य युवक से बातचीत शुरू कर दी थी और उससे दूरी बना ली थी, जिससे आहत होकर उसने उसकी हत्या कर दी।
वहीं पुलिस का दावा है कि यह एकतरफा प्यार का मामला है। पुलिस के अनुसार गुलशन कल्पिता पर शादी का दबाव बना रहा था, जबकि कल्पिता का रिश्ता तय हो चुका था और उसने गुलशन से शादी से इनकार कर दिया था। इसी के चलते उसने अपने साथियों के साथ मिलकर 14 जून की रात को कल्पिता की गोली मारकर हत्या कर दी। कल्पिता अपनी मां उर्मिला के साथ बाजार जा रही थी, तभी तहसील गेट के पास हमलावरों ने बुलेट बाइक से आकर उस पर फायरिंग कर दी। घायल हालत में अस्पताल ले जाने पर उसकी मृत्यु हो गई।
पिता राकेश शर्मा की शिकायत पर गुलशन समेत नवीन, पुत्रवधू ज्योति, बुआ गायत्री और बुआ का बेटा सूरज के खिलाफ एफआईआर दर्ज हुई थी। पुलिस ने नवीन, भारत और अभिषेक को पहले ही मुठभेड़ में गिरफ्तार कर लिया था। गुलशन फरार था और उस पर ₹1 लाख का इनाम घोषित किया गया था। गिरफ्तारी के बाद गुलशन ने यह भी दावा किया कि कल्पिता को गोली अभिषेक ने मारी थी, जो अब जेल में है।
यह मामला अब प्रेम, धोखा और निर्मम हत्या के आरोपों के बीच उलझता जा रहा है, जहां आरोपी की कहानी पुलिस की जांच से मेल नहीं खा रही है। अब पुलिस की अगली चुनौती है कि इस हत्याकांड की सच्चाई को पूरी तरह उजागर कर दोषियों को कठोर सजा दिलाई जाए।
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