भारतीय जनता पार्टी ने साल 2024 में होने वाले लोकसभा चुनाव के लिए तैयारी शुरू कर दी है. बीजेपी द्वारा अलग-अलग राज्यों पर फोकस किया जा रहा है, इसी लिस्ट में बिहार भी शामिल है. पार्टी ने यहां पिछले लोकसभा चुनाव जैसे नतीजे दोहराने की रणनीति बना ली है और इसी के साथ सीट बंटवारे पर भी फोकस किया जा रहा है. पार्टी चिराग पासवान और पशुपति पारस को कुल 6 सीटें दे सकती है, इनके अलावा अलग-अलग सहयोगियों में भी सीटों का बंटवारा किया जाएगा.
सूत्रों के मुताबिक, बीजेपी जीतनराम मांझी की पार्टी को एक और उपेंद्र कुशवाहा की पार्टी को दो सीटें दे सकती है. बिहार में कुल 40 लोकसभा सीटें हैं, पिछले लोकसभा चुनाव में भाजपा और जदयू ने साथ में चुनाव लड़ा था लेकिन इस बार दोनों पार्टियों के रास्ते अलग हैं. ऐसे में बीजेपी जदयू वाली सीटों की भरपाई अपने सहयोगियों को देकर करना चाहती है.
किस सहयोगी को कितनी सीटें?
चिराग पासवान गुट, पशुपति पारस गुट – 6 सीटें
जीतन राम मांझी – 1 सीट
उपेंद्र कुशवाहा – 2 सीट
बिहार में कुल सीटें- 40
जदयू में सेंधमारी करेगी भाजपा
जानकारी के मुताबिक, बीजेपी जदयू में भी सेंधमारी के लिए तैयार है और करीब 6 जदयू के सांसद पाला बदलने को तैयार हैं. भाजपा हर कदम बेहद सोच समझकर लेना चाहती है, ऐसे में वह अपने करीब 3-4 सांसदों का टिकट भी काट सकती है जबकि कुछ सांसदों की सीट बदली जा सकती है. बीजेपी की ओर से लगातार अपने सांसदों को क्षेत्र में रहने की सलाह दी जा रही है.
सूत्रों का कहना है कि पार्टी लगातार दिल्ली चक्कर लगा रहे सांसदों से परेशान है और उनसे क्षेत्र में रहने की अपील कर रही है. इतना ही नहीं अब केंद्रीय आलाकमान ने साफ कह दिया है कि बिना आधिकारीक काम के कोई भी सांसद दिल्ली में ना रहे, ऐसे सांसदों के टिकट पर ग्रहण भी लग सकता है.
बिहार में अभी क्या है स्थिति?
बिहार में कुल 40 लोकसभा सीटें हैं, साल 2019 के चुनाव में भाजपा को 17, जदयू को 16 और लोक जनशक्ति पार्टी को 6 सीटें मिली थीं. हालांकि, तब बीजेपी और जदयू ने एक साथ चुनाव लड़ा था और जदयू को सीटों का फायदा भी मिला था. लेकिन 2024 में स्थिति अलग है, नीतीश कुमार केंद्र पर नज़र गढ़ाए बैठे हैं और INDIA गठबंधन के साथ मिलकर आगे बढ़ रहे हैं. दूसरी ओर बीजेपी एनडीए में सहयोगियों को जोड़ने में जुटी है.