13 जून को भारतीय शेयर बाजार में भारी गिरावट देखने को मिली, जिसका मुख्य कारण ग्लोबल जियोपॉलिटिकल टेंशन और अहमदाबाद में एयर इंडिया विमान हादसा रहा। सेंसेक्स 1,264 अंकों की गिरावट के साथ 80,427 पर खुला, जबकि निफ्टी 415 अंकों की गिरावट के साथ 24,473 के स्तर पर पहुंच गया। इजराइल की ओर से ईरान पर एयरस्ट्राइक की खबर के बाद अंतरराष्ट्रीय बाजारों में तनाव बढ़ गया, जिसका असर भारतीय शेयर बाजार पर भी पड़ा। सभी सेक्टोरल इंडेक्स—मेटल, ऑयल एवं गैस, फार्मा, ऑटो, पीएसयू बैंक और आईटी—लाल निशान में कारोबार करते दिखे।
इसके अलावा, अहमदाबाद में हुए एयर इंडिया विमान हादसे का भी शेयर बाजार पर गहरा असर पड़ा। हादसे में लगभग सभी 242 यात्रियों की मौत हो गई, जिससे फ्लाइट सेफ्टी को लेकर चिंताएं और बढ़ गई हैं। इसके चलते एविएशन सेक्टर की प्रमुख कंपनियों—इंटरग्लोब एविएशन (इंडिगो) और स्पाइसजेट—के शेयरों में लगभग 5% की गिरावट आई। चूंकि एयर इंडिया अब टाटा ग्रुप का हिस्सा है, इसलिए हादसे का असर टाटा ग्रुप की अन्य कंपनियों पर भी दिखा। टाटा कंज्यूमर प्रोडक्ट्स, टाटा स्टील, टाटा मोटर्स, टीसीएस, टाइटन, टाटा पावर, इंडियन होटल्स, टाटा टेक्नोलॉजीज, टाटा कम्युनिकेशंस और टाटा एलेक्सी जैसी कंपनियों के शेयरों में भी गिरावट दर्ज की गई। कुल मिलाकर, यह हादसा ना केवल एविएशन सेक्टर बल्कि टाटा ग्रुप की ब्रांड इमेज और निवेशकों की धारणा पर भी नकारात्मक प्रभाव डालता दिखा।