भारतीय शेयर बाजार में फेडरल रिजर्व की पॉलिसी बैठक के बाद आई बड़ी गिरावट यह दर्शाती है कि वैश्विक आर्थिक नीतियों का सीधा प्रभाव भारतीय निवेशकों की धारणा पर पड़ता है। फेडरल रिजर्व की नीतिगत बैठक में ब्याज दरों को लेकर सख्ती या अनिश्चितता की स्थिति ने बाजार में दबाव बढ़ाया है।
प्रमुख कारण:
- फेडरल रिजर्व का प्रभाव: फेडरल रिजर्व की सख्त मौद्रिक नीतियां वैश्विक निवेशकों को जोखिम भरे परिसंपत्तियों (जैसे इक्विटी) से बाहर निकलने के लिए प्रेरित करती हैं, जिससे भारतीय बाजार भी प्रभावित होता है।
- विदेशी निवेशकों की बिकवाली: एफआईआई (विदेशी संस्थागत निवेशक) अक्सर ऐसे समय में भारतीय बाजार में बिकवाली करते हैं, जिससे सूचकांकों में गिरावट आती है।
- डॉलर में मजबूती: फेड की नीतियों के कारण डॉलर मजबूत हुआ है, जिससे रुपये में कमजोरी देखी जा सकती है, जो बाजार के लिए नकारात्मक संकेत है।
सेंसेक्स और निफ्टी की स्थिति:
- सेंसेक्स: 1153 अंकों की गिरावट के साथ 79,191 पर ट्रेडिंग कर रहा है। इसमें 28 शेयर लाल निशान पर हैं।
- निफ्टी: 280 अंकों की गिरावट के साथ 23,918 पर पहुंच गया है। इसमें 46 शेयर गिरावट में हैं।
निवेशकों के लिए सुझाव:
- घबराएं नहीं: बाजार में ऐसी गिरावटें अस्थायी होती हैं। दीर्घकालिक निवेशकों को अपनी रणनीति पर कायम रहना चाहिए।
- गुणवत्ता वाले शेयरों पर ध्यान दें: गिरावट के दौरान अच्छे फंडामेंटल वाले शेयरों को खरीदने का अवसर मिल सकता है।
- डायवर्सिफिकेशन अपनाएं: पोर्टफोलियो में विविधता लाने से जोखिम को कम किया जा सकता है।
यह गिरावट निवेशकों के लिए सतर्कता का संकेत है, लेकिन दीर्घकालिक दृष्टिकोण से निवेश के अवसर भी प्रदान करती है।
क्यों गिरा शेयर बाजार?
फेडरल रिजर्व ने बुधवार रात प्रमुख ब्याज दर में 0.25 फीसदी की कटौती की घोषणा की। इसकी मार्केट को पहले से ही उम्मीद थी। मार्केट इस बात पर नजर बनाए हुए था कि फेड साल 2025 में रेट कट को लेकर क्या संकेत देता है और इस मामले में निराशा हाथ लगी है। फेड का अनुमान है कि 2025 में 2 बार 0.25 फीसदी की कटौती हो सकती है। जबकि पहले यह अनुमान 4 बार 0.25 फीसदी की कटौती का था।
वैश्विक बाजारों में भी गिरावट
यूएस फेड के साल 2025 में रेट कट के अनुमानों का असर दुनियाभर के शेयर बाजरों पर पड़ा है। अधिकतर एशियाई मार्केट्स में आज गिरावट है। एसएंडपी 500 और नैस्डेक में करीब 3 फीसदी की गिरावट दिखी थी। डाउ जॉन्स 2.58 फीसदी गिरकर बंद हुआ। वहीं, यूएस डॉलर में जबरदस्त तेजी देखने को मिली है। यूएस फेड के फैसलों के बाद यूएस डॉलर करीब 2 साल के उच्च स्तर पर पहुंच गया है।
इन शेयरों में दिखी गिरावट
निफ्टी पैक के शेयरों में आज सबसे अधिक गिरावट एशियन पेंट में 2.20 फीसदी, हिंडाल्को में 2.14 फीसदी, टाटा स्टील में 1.97 फीसदी, बीईएल में 1.94 फीसदी और महिंद्रा एंड महिंद्रा में 1.90 फीसदी देखने को मिली। वहीं, डॉ रेड्डी और टाटा कंज्यूमर के शेयर में सबसे अधिक तेजी दिखी।
सभी सेक्टोरल सूचकांकों में गिरावट
गुरुवार सुबह सभी सेक्टोरल सूचकांक लाल निशान पर ट्रेड करते दिखे। सबसे अधिक गिरावट निफ्टी मेटल में 1.57 फीसदी दिखाई दी। इसके अलावा, निफ्टी आईटी में 1.16 फीसदी, निफ्टी बैंक में 1.19 फीसदी, निफ्टी ऑटो में 1.21 फीसदी, निफ्टी फाइनेंशिल सर्विसेज में 1.27 फीसदी, निफ्टी एफएमसीजी में 0.33 फीसदी, निफ्टी मीडिया में 0.75 फीसदी, निफ्टी फार्मा में 0.03 फीसदी, निफ्टी पीएसयू बैंक में 1.12 फीसदी, निफ्टी प्राइवेट बैंक में 1.11 फीसदी, निफ्टी रियल्टी में 0.74 फीसदी, निफ्टी हेल्थकेयर इंडेक्स में 0.10 फीसदी, निफ्टी कंज्यूमर ड्यूरेबल्स में 0.77 फीसदी, निफ्टी ऑयल एंड गैस में 0.92 फीसदी, निफ्टी मिडस्मॉल हेल्थकेयर में 0.32 फीसदी, निफ्टी मिडस्मॉल फाइनेंशियल सर्विसेज में 0.94 फीसदी और निफ्टी मिडस्मॉल आईटी एंड टेलीकॉम में 0.79 फीसदी की गिरावट देखी गई।