बैंक में खाता खुलवाने पर हर ग्राहक को चेकबुक जरूर मिलती है. आज के दौर में चेक का इस्तेमाल लोग कम करते हैं. लेकिन चेक के जरिये से बड़ी-बड़ी पेमेंट आज भी की जाती है. चेक से जुड़े कई नियम हैं जिनके बारे में लोगों को जानकारी नहीं होती. इन नियमों के बारे में जान लेना बेहद जरूरी है. चेक के बारे में कई बार जानकारी नहीं होने पर लोग फ्रॉड का शिकार भी हो जाते हैं. आज हम आपको चेक की बाईं और ऊपर तरफ बनी दो लाइनों के बारे में बताने जा रहे हैं.
पहले ये जान लें कि चेक पेमेंट करने का बहुत पुराना जरिया है. इसके इस्तेमाल से ग्राहक किसी को भी रकम अदा कर सकता है. आपने भी कभी न कभी किसी न किसी को चेक से पेमेंट जरूर की होगी. इससे ग्राहक देनदार को बड़ी से बड़ी अमाउंट अदा कर सकते हैं.
चेक पर खाताधार के साइन, अमाउंट, प्राप्तकर्ता का नाम, बैंक डिटेल, तारीख भरने की जगह जैसी जरूरी बातें लिखी देखी होंगी. इनके साथ चेक पर खींची हुई दो लाइन भी होती हैं. ये दो पैरलल लाइन क्यों खींची जाती हैं? इसके बारे में आपको जानकारी होना बेहद जरूरी है.
चेक के कॉर्नर में दो लाइन खींच देने से इसका मतलब बदल जाता है. ये दो लाइनें एक शर्त हैं जिसके जरिये पेमेंट होगी. इस लाइन का अर्थ अकाउंट पेयी चेक से होता है. इन दो लाइनों के माध्यम से पेयी के खाते में पैसा जाता है. ये दो लाइन खींच देने के बाद इस चेक को कैश नहीं कराया जा सकता. जिसके नाम पर चेक होगा, पैसा उसके ही खाते में जाएगा.