दिल्ली मेट्रो के गोकुलपुरी स्टेशन पर हुई घटना को लेकर दिल्ली सरकार सख्त है. दिल्ली सरकार के ट्रांसपोर्ट मंत्री कैलाश गहलोत ने घटना पर दुख जताया है और उन्होंने दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन यानि DMRC को मामले की जांच कराने को कहा है. उन्होंने पूरे मामले की जांच के लिए विशेषज्ञों की एक समिति बनाने का निर्देश दिया है.दिल्ली सरकार ने एक्सपर्ट कमेटी की जांच रिपोर्ट दो सप्ताह के भीतर देने के लिए कहा है.
दिल्ली सरकार की सख्ती के बाद DMRC ने मुआवजे की घोषणा की है. डीएमआरसी ने कहा है कि मृतक के परिजनों को 25 लाख रुपये की राशि, गंभीर रूप से घायल को 5 लाख रुपये और मामूली रूप से घायलों को 1 लाख रुपये की राशि दी जायेगी.
गुरुवार सुबह हुई थी घटना
दिल्ली मेट्रो रेल कॉरपोरेशन के मुताबिक गोकुलपुरी स्टेशन पर घटना गुरुवार सुबह 11:10 बजे हुई थी. जिसके चलते पिंक लाइन के मौजपुर और शिव विहार सेक्शन के बीच अप और डाउन दोनों लाइनों पर सुबह 11:12 बजे से 11:23 बजे तक ट्रेनों की आवाजाही रोक दी गई. मौजपुर और शिव विहार के बीच काम करने वाली सिंगल लाइन के जरिए ट्रेन सेवाएं सुबह 11:23 बजे से बहाल कर दी गईं, जिसमें केवल 3 स्टेशन शामिल हैं. दोपहर 2:53 बजे से प्रभावित प्लेटफॉर्म क्षेत्र की बैरिकेडिंग के बाद इस खंड में अप और डाउन लाइन दोनों के साथ सामान्य सेवाएं बहाल कर दी गईं.
दमकल की पांच गाड़ियां पहुंची थीं मौके पर
हादसे के तुरंत बाद 25 फायरकर्मियों के साथ 5 फायर की गाड़ियां मौके पर पहुंची थीं. फायर डिविजनल ऑफिसर ने हादसे के बाद मौके पर मौजूद मीडियाकर्मियों को बताया कि गुरुवार सुबह लगभग 11:10 बजे फायर कंट्रोल रूम में मेट्रो स्टेशन के स्लैब के गिरने की सूचना मिली थी, जिसमें कुछ लोगों के दबे होने की बात कही गई थी. हादसे की सूचना पर फायर की 5 गाड़ियां मौके पर पहुंचीं.
दमकल विभाग की टीम के आने से पहले ही पुलिस ने आम लोगों की सहायता से स्लैब के नीचे दबे दो लोगों को निकाल कर जीटीबी अस्पताल इलाज के लिए भेज दिया गया था, जबकि तीन और लोगों को फायर की टीम ने रेस्क्यू कर जीटीबी अस्पताल भेज दिया. अधिकारी ने बताया कि यह दिल्ली मेट्रो का पिंक लाइन है, जिसके गोकुलपुरी मेट्रो स्टेशन की दीवार के गिरने से यह हादसा हुआ है. अभी भी कुछ हिस्सा खतरनाक स्थिति में स्टेशन से लटका पड़ा है, जिसे गिराने की कोशिश की जा रही है.
मेट्रो हादसे पर डीसीपी ने क्या कहा?
नॉर्थ ईस्ट दिल्ली डिस्ट्रिकट के डीसीपी डॉ. जॉय तिर्की ने बताया था कि हादसा मेट्रो स्टेशन के पूर्वी तरफ वाले हिस्से में हुआ, जहां स्टेशन की दीवार का एक बड़ा हिस्सा जो लगभग 50 मीटर के आसपास होगा, वह अचानक ही गिर गया. तेज आवाज की वजह से तुरंत ही एसएचओ और एसीपी मौके पर पहुंचे और मलबे के नीचे दबे घायलों को निकालने की कोशिश में जुट गए. इस हादसे में 5 लोग घायल हुए हैं, जिनमें से 1 के पैर में फ्रैक्चर है, जबकि 3 को मामूली चोटें आई हैं, वहीं एक गंभीर रूप से घायल हो गए हैं, उनके सिर और बॉडी के कई हिस्सों में चोटें हैं और फिलहाल वे अचेत हैं. हादसे के बाद जेसीबी मशीन की मदद से सड़क पर गिरे मलवे के साथ लटके पर स्लैब को भी तोड़कर नीचे गिरा सड़क को साफ किया गया ताकि ट्रैफिक शुरू हो सके.
दिल्ली सरकार ने लिया संज्ञान
दिल्ली के कैबिनेट मंत्री कैलाश गहलोत ने गोकुलपुरी मेट्रो हादसे बेहद ही खेदजनक बताया है. उन्होंने कहा कि मामले की जांच करने के लिए विशेषज्ञों की एक समिति बनाने का निर्देश दिया गया है, जिसकी रिपोर्ट 2 सप्ताह में देने का कहा गया है. इसके साथ ही उन्होंने 24 घंटे के भीतर मुआवजा दिए जाने की डीएमआरसी से अपील की है.
डीएमआरसी ने शुरू की जांच
DMRC के मुताबिक मामले में जांच शुरू कर दी गई है. मेट्रो सेफ्टी कमिश्नर को घटना की पूरी जानकारी दे दी गई है. मेट्रो के दो कर्मचारियों जिनमें से एक मैनेजर और दूसरा जूनियर सिविल इंजीनियर को सस्पेंड कर दिया गया है. हादसे में 5 लोग घायल हुए थे जिनमें से 1 की मौत हो गई.