आज सदी के महानायक अमिताभ बच्चन का जन्मदिन है — वह महान अभिनेता जिन्होंने भारतीय सिनेमा को एक नया आयाम दिया। 11 अक्टूबर 1942 को जन्मे अमिताभ बच्चन ने न केवल बॉलीवुड बल्कि अपनी अदाकारी, आवाज़ और किरदारों के ज़रिये पूरे देश के लोगों के दिलों में एक अमिट छाप छोड़ी। उन्होंने अपने करियर की शुरुआत एक साधारण युवा के रूप में की थी, लेकिन संघर्ष, मेहनत और जुनून ने उन्हें ‘एंग्री यंग मैन’ के रूप में स्थापित किया। असफलताओं के बावजूद उन्होंने कभी हार नहीं मानी और धीरे-धीरे बॉलीवुड के ‘मेगास्टार’ बन गए।
Amitabh Bachchan turns 83, fans gather outside Jalsa to celebrate his birthday
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— ANI Digital (@ani_digital) October 11, 2025
अमिताभ बच्चन आज अपना 83वां जन्मदिन मना रहे हैं। उनकी फिल्में जैसे ‘जंजीर’, ‘दीवार’, ‘शोले’, ‘पिंक’ और ‘डॉन’ आज भी भारतीय सिनेमा के इतिहास में मील का पत्थर मानी जाती हैं। फिल्मों के साथ-साथ उन्होंने टीवी जगत में भी अपनी पहचान बनाई, खासकर शो ‘कौन बनेगा करोड़पति’ के जरिये। इस उम्र में भी अमिताभ अपनी मेहनत, अनुशासन और ऊर्जा से नई पीढ़ी को प्रेरित करते हैं। उनका जन्मदिन सिर्फ एक उत्सव नहीं, बल्कि संघर्ष, सफलता और सतत प्रयास की कहानी है।

बहुत कम लोग जानते हैं कि अमिताभ बच्चन साल में दो बार जन्मदिन मनाते हैं। इसका कारण बेहद खास और भावनात्मक है। उनका दूसरा जन्मदिन 2 अगस्त को मनाया जाता है — वह दिन जब उन्होंने मौत को मात दी थी। यह घटना 1982 की है, जब वह फिल्म ‘कुली’ की शूटिंग के दौरान एक गंभीर हादसे का शिकार हुए थे। शूटिंग के दौरान अभिनेता पुनीत इस्सर का एक घूंसा गलती से अमिताभ के पेट पर लग गया, जिससे उन्हें गंभीर चोटें आईं। उनकी हालत इतनी बिगड़ गई कि डॉक्टरों ने लगभग उम्मीद छोड़ दी थी। लेकिन फिर चमत्कार हुआ — अमिताभ ने ज़िंदगी की जंग जीत ली। इसी वजह से उनके प्रशंसक 2 अगस्त को उनका ‘पुनर्जन्म दिवस’ मानते हैं।
अमिताभ बच्चन की ज़िंदगी का एक और दिलचस्प पहलू है उनकी राजीव गांधी से दोस्ती। दोनों बचपन के साथी थे। राजीव गांधी जब सिर्फ दो साल के थे, तब चार साल के अमिताभ से उनकी मुलाकात हुई थी। यह मुलाकात अमिताभ के जन्मदिन पर हुई थी, और यहीं से दोनों की दोस्ती की शुरुआत हुई, जो राजीव गांधी की अंतिम सांस तक कायम रही। अमिताभ ने बाद में राजनीति में भी कदम रखा और खुद को राजीव गांधी का घनिष्ठ मित्र बताया।
राजीव गांधी ने 1984 से 1989 तक भारत के प्रधानमंत्री के रूप में कार्य किया, लेकिन 1991 में एक जनसभा के दौरान उनकी लिट्टे आतंकियों द्वारा हत्या कर दी गई। अमिताभ ने कई बार सार्वजनिक रूप से कहा है कि राजीव गांधी उनके जीवन के बेहद करीबी मित्र थे। दोनों परिवारों के बीच रिश्ते इतने गहरे थे कि जैसे संजय गांधी और अभिजात बच्चन के बीच भी एक पारिवारिक संबंध कायम था।