राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) के शक्ति प्रदर्शन को लेकर मुंबई में अजित पवार (Ajit Pawar) और शरद पवार (Sharad Pawar) ने अलग-अलग बैठक बुलाई थी, जिसमें अजित पवार ने बाजी मार ली. सूत्रों ने दावा किया कि यह संख्या और बढ़ेगी. बता दें कि महाराष्ट्र में दो खेमों में बंटी एनसीपी के संस्थापक शरद पवार और डिप्टी सीएम बने उनके ही भतीजे अजित पवार ने एनसीपी के विधायकों, सांसदों और कार्यकर्ताओं को बैठक के लिए बुलाया था. एनसीपी का शरद पवार धड़ा दक्षिण मुंबई के यशवंतराव चव्हाण केंद्र में और पार्टी का ही अजित पवार धड़ा उपनगरीय बांद्रा के भुजबल नॉलेज सिटी में बैठक की.
#WATCH | NCP chief Sharad Pawar arrives at YB Chavan in Mumbai. Sharad Pawar's NCP and other party leaders display a show of strength as they gather at YB Chavan in Mumbai.
(Source: NCP (Sharad Pawar faction) pic.twitter.com/xdJN20Lmfw
— ANI (@ANI) July 5, 2023
अजित पवार (Ajit Pawar) की बगावत के बाद लड़ाई अब राष्ट्रवादी कांग्रेस पार्टी (NCP) पर दावेदारी तक पहुंच गई है और शक्ति प्रदर्शन में अजित पवार को ज्यादा विधायकों का समर्थन मिला है. सूत्रों के अनुसार, अजित पवार द्वारा मुंबई में बुलाई गई एनसीपी की बैठक में पार्टी के 35 विधायक और पांच विधान पार्षद (MLA) शामिल हुए . वहीं, शरद पवार (Sharad Pawar) की बैठक में 11 विधायक शामिल हुए, जबकि अभी भी 7 विधायक किसी खेमे की बैठक में शामिल नहीं हुए हैं.
महाराष्ट्र विधानमंडल के पूर्व प्रधान सचिव अनंत कलसे ने कहा कि अजित पवार (Ajit Pawar) को अयोग्यता से बचने के लिए कम से कम 36 विधायकों के समर्थन की आवश्यकता है. विधायक अनिल पाटिल (Anil Patil) ने दावा किया कि पार्टी के 53 में से 40 विधायक अजित पवार के समर्थन में हैं.
अजित पवार गुट की बैठक को संबोधित करते हुए छगन भुजबल (Chhagan Bhujbal) ने मंच से दावा किया कि कुछ विधायक ट्रैफिक में फंसे हुए हैं, जबकि कुछ विधायक महाराष्ट्र से बाहर हैं. बता दें कि अब तक अजित पवार की बैठक में अब तक करीब 30 विधायक पहुंचे हैं.
अजित पाटिल गुट के नेता छगन भुजबल (Chhagan Bhujbal) बैठक के दौरान जयंत पाटिल पर जमकर बरसे. उन्होंने कहा कि सबका चुनाव करा रहे है, लेकिन प्रदेश अध्यक्ष का चुनाव नहीं हो रहा है. छगन भुजबल ने दावा किया कि 40 से अधिक विधायक और एमएलसी हमारे साथ हैं. हमने शपथ लेने से पहले पूरी मेहनत की है. हमने शपथ ऐसे ही नहीं ली.