हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने कांग्रेस नेता राहुल गांधी के हालिया बयान पर तीखा हमला बोलते हुए उन्हें करारा जवाब दिया है। अपने बयान में सैनी ने कहा कि “ये संविधान खत्म नहीं हो रहा है, बल्कि कांग्रेस पार्टी खत्म हो रही है।” यह टिप्पणी राहुल गांधी के उस बयान के जवाब में आई है, जिसमें उन्होंने भारतीय जनता पार्टी (BJP) पर संविधान को कमजोर करने का आरोप लगाया था और कुछ नेताओं को “लंगड़ा घोड़ा” कहकर संबोधित किया था।
राहुल गांधी पर मुख्यमंत्री सैनी का तीखा पलटवार
मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने राहुल गांधी पर निशाना साधते हुए कहा:
“राहुल गांधी चुनाव के दिनों में संविधान लेकर घूमते थे। ये पवित्र संविधान हाथ में उठाकर गुमराह करने की चीज नहीं है। इसकी गरिमा को समझने की ज़रूरत है। राहुल गांधी को यह जान लेना चाहिए कि संविधान की तरफ कोई आंख उठाकर देख भी नहीं सकता।”
“यह संविधान नहीं, बल्कि कांग्रेस पार्टी है जो उनकी गलत नीतियों की वजह से खत्म हो रही है।”
उन्होंने प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की सराहना करते हुए कहा कि मोदी के नेतृत्व में देश के तेज़ गति से काम करने वाले “रेस के घोड़े” लगातार प्रगति कर रहे हैं। यह बयान प्रत्यक्ष रूप से राहुल गांधी की उस टिप्पणी के संदर्भ में था, जिसमें उन्होंने कांग्रेस कार्यकर्ताओं को “बारात के घोड़े, रेस के घोड़े और लंगड़ा घोड़ा” जैसे वर्गों में बाँटने की बात कही थी।
राहुल बाबा, ये संविधान खत्म नहीं हो रहा है, कांग्रेस पार्टी खत्म हो रही है। pic.twitter.com/fFb6g4nqRH
— Nayab Saini (@NayabSainiBJP) June 7, 2025
वंचित अनुसूचित जाति प्रतिनिधिमंडल सम्मेलन में सरकार की सराहना
एक अन्य कार्यक्रम के दौरान मुख्यमंत्री सैनी ने संत कबीर कुटीर में आयोजित “वंचित अनुसूचित जाति प्रतिनिधिमंडल सम्मेलन” में भाग लिया। वहां उन्होंने प्रतिनिधिमंडल द्वारा सम्मान मिलने पर आभार व्यक्त किया और कहा:
“हमारी सरकार ‘सबका साथ, सबका विकास’ की भावना से काम कर रही है। डीएससी समाज को उनका हक दिलाने के लिए जो ऐतिहासिक निर्णय हाल ही में लिए गए हैं, वे सामाजिक न्याय की दिशा में मील का पत्थर हैं।”
उन्होंने बताया कि सरकार हर वर्ग के समावेशी विकास के लिए प्रतिबद्ध है और समाज की अंतिम पंक्ति में खड़े व्यक्ति तक लाभ पहुंचाने के लिए लगातार प्रयासरत है।
राहुल गांधी की “लंगड़ा घोड़ा” टिप्पणी का संदर्भ
राहुल गांधी ने हाल ही में कांग्रेस कार्यकर्ताओं को संबोधित करते हुए कहा था:
“बारात का घोड़ा और रेस का घोड़ा अलग होता है, लेकिन एक तीसरा भी होता है… ‘लंगड़ा घोड़ा’। उसे छांटना पड़ेगा।”
उन्होंने यह बयान कार्यकर्ताओं की प्रतिबद्धता और सक्रियता को लेकर दिया था, लेकिन बीजेपी ने इसे अपमानजनक बताया और अब हरियाणा के मुख्यमंत्री ने इसे कांग्रेस के भीतर विघटन और दिशाहीनता का प्रतीक करार दिया है।
राजनीतिक संदेश और आगामी संकेत
इस बयानबाज़ी से यह साफ़ है कि हरियाणा समेत देशभर में राजनीतिक तापमान तेजी से बढ़ रहा है। मुख्यमंत्री सैनी का यह तीखा हमला आगामी विधानसभा और लोकसभा चुनावों की तैयारियों का हिस्सा माना जा सकता है, जहां बीजेपी संविधान, विकास और सामाजिक न्याय के मुद्दों पर विपक्ष को घेरने की रणनीति पर काम कर रही है।