उत्तराखंड के वीर सैनिकों को श्रद्धांजलि देने और उनके योगदान को सम्मानित करने के लिए असम राइफल्स ने देहरादून में एक विशाल भूतपूर्व सैनिक रैली का आयोजन किया। इस कार्यक्रम का उद्देश्य पूर्व सैनिकों, वीर नारियों, विधवाओं, और उनके आश्रितों को सम्मानित करना, उनके योगदान को सराहना और उनकी समस्याओं का समाधान करना था।
मुख्य आयोजन और सम्मान
रैली में 900 से अधिक भूतपूर्व सैनिकों ने भाग लिया, जिनमें वीरता पुरस्कार विजेता, वीर नारियां, विधवाएं और उनके परिवार शामिल थे। इस आयोजन में उत्तराखंड के राज्यपाल, लेफ्टिनेंट जनरल गुरमीत सिंह (सेवानिवृत्त) और असम राइफल्स के महानिदेशक लेफ्टिनेंट जनरल विकास लखेड़ा मुख्य अतिथि के रूप में उपस्थित थे।
राज्यपाल का संदेश
राज्यपाल गुरमीत सिंह ने पूर्व सैनिकों की देश के प्रति निष्ठा और बलिदान की सराहना की और असम राइफल्स द्वारा आयोजित इस रैली को अत्यधिक सराहा। उन्होंने पूर्व सैनिकों, वीर नारियों और उनके परिवारों के प्रति राज्य सरकार की प्रतिबद्धता को दोहराया और उनकी कल्याण योजनाओं के समर्थन की बात की।
असम राइफल्स द्वारा की गई पहलें
- पूर्व सैनिकों के लिए कल्याणकारी योजनाएं: रैली में असम राइफल्स द्वारा पूर्व सैनिकों के लिए विभिन्न कल्याणकारी योजनाओं का उल्लेख किया गया, जैसे ईसीएचएस (पूर्व सैनिक सहायक स्वास्थ्य योजना) और आयुष्मान भारत योजना।
- एआरईएसए का पुनर्निर्माण: पूर्व सैनिकों के समर्थन के लिए असम राइफल्स पूर्व सैनिक संघ (एआरईएसए) को पुनर्निर्मित करने के प्रयासों पर चर्चा की गई।
- मासिक सम्मान समारोह: सेवानिवृत्त पेंशनभोगियों को सम्मानित करने के लिए मासिक समारोह शुरू करने की घोषणा की गई।
- शिकायत निवारण कक्ष: कार्यक्रम स्थल पर पूर्व सैनिकों की समस्याओं को समाधान करने के लिए एक शिकायत निवारण कक्ष स्थापित किया गया।
- चिकित्सा सहायता: चिकित्सा शिविर और सहायता डेस्क भी कार्यक्रम में शामिल थे, जहां एसबीआई, पीएनबी, और बीओबी जैसी बैंकिंग सेवाओं की सुविधा दी गई।
सम्मान और सहयोग
इस रैली में वीर नारियों, वीरता पुरस्कार विजेताओं, और अन्य प्रतिष्ठित पूर्व सैनिकों को सम्मानित किया गया। कार्यक्रम में व्हीलचेयर, चश्मा, चलने की छड़ें और श्रवण यंत्र जैसी सहायता सामग्री भी वितरित की गई।
समाप्ति और सामुदायिक भोजन
रैली का समापन सामुदायिक दोपहर के भोजन के साथ हुआ, जिसमें पूर्व सैनिकों ने असम राइफल्स के प्रति आभार व्यक्त किया और कार्यक्रम की सफलता के लिए धन्यवाद दिया।
असम राइफल्स इस आयोजन के माध्यम से अपने पूर्व सैनिकों के बलिदान को सम्मानित करने और उनके कल्याण के प्रति अपनी प्रतिबद्धता को फिर से उजागर किया।