आज पूरी दुनिया में 11वाँ अंतरराष्ट्रीय योग दिवस बड़े उत्साह के साथ मनाया गया। इस वर्ष की थीम “Yoga for Self and Society” और भारत की ओर से दिए गए वैश्विक संदेश “Yoga for One Earth, One Health” को ध्यान में रखते हुए, कार्यक्रमों में व्यक्तिगत स्वास्थ्य के साथ-साथ सामूहिक कल्याण की भावना प्रमुख रही। इस अवसर पर प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आंध्र प्रदेश के विशाखापत्तनम में आयोजित भव्य योग सत्र में भाग लिया, जहां उन्होंने करीब 40 देशों के प्रतिनिधियों और लगभग 3 लाख लोगों के साथ सामूहिक योगाभ्यास किया। इस ऐतिहासिक आयोजन में योग को वैश्विक एकता और आंतरिक शांति का माध्यम बताया गया।
LIVE: PM Shri @narendramodi takes part in 11th International Day of Yoga celebrations in Visakhapatnam, Andhra Pradesh. #YogaDay https://t.co/t7IJ09EYQZ
— BJP (@BJP4India) June 21, 2025
प्रधानमंत्री मोदी ने योग सत्र के पश्चात लोगों को संबोधित करते हुए इस दिन के महत्व पर विस्तार से प्रकाश डाला। उन्होंने याद दिलाया कि वर्ष 2014 में जब उन्होंने संयुक्त राष्ट्र महासभा में 21 जून को अंतरराष्ट्रीय योग दिवस घोषित करने का प्रस्ताव रखा था, तब 175 देशों ने इसका समर्थन किया था। आज यह देखकर उन्हें संतोष और गर्व होता है कि योग विश्वभर में लाखों लोगों के जीवन का अभिन्न हिस्सा बन चुका है। उन्होंने विशेष रूप से इस बात पर गर्व जताया कि कैसे दिव्यांगजन ब्रेल में योगशास्त्र पढ़ रहे हैं, और देश के गाँव-गाँव के बच्चे योग ओलंपियाड में भाग ले रहे हैं।
#WATCH | Visakhapatnam | #InternationalDayofYoga2025 | PM Narendra Modi says, "I feel proud when I see that our Divyang friends study Yoga Shastras in Braille. Scientists practice Yoga in space. Young friends participate in the Yoga Olympiads in villages. An excellent yoga… pic.twitter.com/EfKMgk7aO8
— ANI (@ANI) June 21, 2025
प्रधानमंत्री ने कहा कि योग किसी सीमा में बंधा नहीं है—चाहे वह सिडनी का ओपेरा हाउस हो, माउंट एवरेस्ट की चोटियाँ हों या समुद्र की गहराइयाँ, हर जगह योग को अपनाया जा रहा है। उन्होंने कहा कि आज जब दुनिया में तनाव, संघर्ष और अस्थिरता बढ़ रही है, ऐसे समय में योग एकमात्र ऐसा मार्ग है जो अंतरात्मा की शांति और सामाजिक समरसता का रास्ता दिखाता है।
#WATCH | J&K: In a blend of nature, engineering marvel, and wellness, the District Administration Reasi today celebrated #InternationalDayofYoga by organising a special Yoga session at the world’s highest railway bridge — the iconic Chenab Rail Bridge.
The event witnessed… pic.twitter.com/SQyUDan4Gw
— ANI (@ANI) June 21, 2025
प्रधानमंत्री मोदी ने योग को व्यक्तिगत अभ्यास की बजाय वैश्विक सहभागिता का माध्यम बनाने की अपील की। उन्होंने ‘Me to We’ के भाव को समझाते हुए कहा कि योग को एक जन आंदोलन बनाना चाहिए, जो न केवल स्वास्थ्य बल्कि मानवता को भी जोड़ने का कार्य करे। उन्होंने बताया कि भारत सरकार योग के विज्ञान को आधुनिक अनुसंधान और डेटा आधारित प्रमाणों के माध्यम से वैश्विक स्तर पर मजबूत कर रही है।
अपने संबोधन के अंत में प्रधानमंत्री ने आह्वान किया:
“आइए हम सब मिलकर योग को एक जन आंदोलन बनाएँ। एक ऐसा आंदोलन, जो विश्व को शांति, स्वास्थ्य और समरसता की ओर ले जाए। जहाँ हर व्यक्ति दिन की शुरुआत योग से करे और जीवन में संतुलन पाए। जहाँ हर समाज योग से जुड़े और तनाव से मुक्त हो। जहाँ योग मानवता को एक सूत्र में पिरोने का माध्यम बने। और जहाँ ‘Yoga For One Earth, One Health’ एक वैश्विक संकल्प बन जाए।”
#WATCH | Visakhapatnam | #InternationalDayofYoga2025 | PM Narendra Modi says, "The theme of this year's International Day of Yoga is 'Yoga For One Earth, For One Health'. This theme reflects a deep truth: the health of every entity on Earth is interconnected. Human well-being… pic.twitter.com/Ww4zQFSWmf
— ANI (@ANI) June 21, 2025
प्रधानमंत्री के अलावा राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू ने देहरादून में आयोजित योग सत्र में भाग लिया और लोगों को योग के प्रति जागरूक किया। देश के विभिन्न राज्यों में भी नेताओं ने योग कार्यक्रमों में भाग लेकर इस अभियान को समर्थन दिया। एक खास दृश्य जम्मू-कश्मीर में स्थित चेनाब रेल ब्रिज के नीचे देखा गया, जहां सैकड़ों लोग योग करते नजर आए, जो योग के व्यापक प्रसार और सामाजिक स्वीकार्यता का प्रतीक बना।
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