भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) ने आगामी असम राज्यसभा चुनाव के लिए वरिष्ठ नेता और वर्तमान राज्य सचिव कणाद पुरकायस्थ को आधिकारिक उम्मीदवार घोषित कर दिया है। पार्टी द्वारा जारी सूची में स्पष्ट किया गया कि यह निर्णय केंद्रीय नेतृत्व की मंजूरी के बाद लिया गया है। असम भाजपा ने पहले 13 वरिष्ठ नेताओं के नामों की एक सूची पार्टी आलाकमान को भेजी थी, जिसमें से एक नाम को अंतिम रूप दिया जाना था। इस शॉर्टलिस्ट में कणाद पुरकायस्थ का नाम भी प्रमुखता से शामिल था। कणाद को उम्मीदवार बनाए जाने को भाजपा की संगठनात्मक मजबूती, क्षेत्रीय संतुलन और युवा नेतृत्व को आगे लाने की रणनीति के तहत देखा जा रहा है।
इस बार असम से राज्यसभा की दो सीटों पर चुनाव होने जा रहे हैं, जिनमें से एक पर भाजपा और दूसरी पर उसकी सहयोगी पार्टी असम गण परिषद (AGP) चुनाव लड़ेगी। चूंकि प्रदेश में भाजपा और AGP गठबंधन की सरकार है और उनके पास विधानसभा में बहुमत है, ऐसे में दोनों ही सीटों पर एनडीए उम्मीदवारों की जीत लगभग सुनिश्चित मानी जा रही है। यह चुनाव असम से राज्यसभा में भाजपा के रंजन दास और AGP के बीरेंद्र प्रसाद बैश्य के कार्यकाल समाप्त होने के कारण हो रहे हैं।
BJP announces Kanad Purkayastha as the party candidate from Assam for the upcoming Rajya Sabha election pic.twitter.com/Luomh06AIO
— ANI (@ANI) June 7, 2025
राज्यसभा चुनाव के लिए अधिसूचना 2 जून 2025 को जारी की जा चुकी है और नामांकन दाखिल करने की अंतिम तिथि 9 जून तय की गई है। मतदान 19 जून को होगा और परिणाम भी उसी दिन घोषित कर दिए जाएंगे। वर्तमान में राज्यसभा में असम की कुल 7 सीटें हैं, जिनमें से 6 सीटें एनडीए गठबंधन (भाजपा – 4, AGP – 1, UPPL – 1) के पास हैं, जबकि 1 सीट एक निर्दलीय सदस्य के पास है।
चुनाव आयोग ने मतदान प्रक्रिया को पारदर्शी और निष्पक्ष बनाए रखने के लिए सख्त निर्देश जारी किए हैं। सभी मतदाता केवल रिटर्निंग ऑफिसर द्वारा प्रदान किए गए बैंगनी स्केच पेन का ही उपयोग कर सकेंगे, किसी अन्य पेन का इस्तेमाल सख्त वर्जित रहेगा। मतदान प्रक्रिया की निगरानी के लिए ECI पर्यवेक्षक नियुक्त किए जाएंगे, जो संपूर्ण चुनाव गतिविधि की निगरानी करेंगे। इसके साथ ही कोविड-19 से जुड़ी आवश्यक सावधानियों और दिशा-निर्देशों का पूर्ण अनुपालन अनिवार्य किया गया है।
इस प्रकार, असम में राज्यसभा चुनाव का यह दौर भाजपा के लिए न केवल एक औपचारिक प्रक्रिया है, बल्कि वह संगठनात्मक शक्ति और सहयोगी दलों के साथ अपने गठबंधन को और मजबूत करने का भी अवसर है। कणाद पुरकायस्थ का चयन राज्य के राजनीतिक समीकरणों और भाजपा की दीर्घकालीन रणनीति में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है।