बीजेपी ने अपने ट्विटर हैंडल पर इसरो के पूर्व वैज्ञानिक नंबी नारायणन का एक वीडियो शेयर करके कांग्रेस की पूर्व सरकार को घेरा है। बीजेपी ने ट्वीट कर कहा, ‘इसरो के पूर्व वैज्ञानिक नंबी नारायणन को सुनें। यह कांग्रेस शासन पर एक गंभीर आरोप है, जिसकी प्राथमिकताएं अलग थीं और उन्होंने अंतरिक्ष अनुसंधान को कभी भी प्राथमिकता नहीं दी, धन आवंटित नहीं किया। इसरो के पास अनुसंधान कार्य के लिए कोई जीप या कार नहीं थी। उनके पास सिर्फ एक बस थी, जो शिफ्टों में चलती थी। तब से अब तक. जब प्रधानमंत्री मोदी ने बजट में वृद्धि सुनिश्चित की है और हमारे वैज्ञानिकों के साथ खड़े हैं, उनकी सफलताओं और विफलताओं में, भारत के अंतरिक्ष मिशन ने एक लंबा सफर तय किया है।’
Listen to former ISRO scientist Nambi Narayanan. This is a damning indictment of Congress regimes, who had different priorities, never prioritised space research, funds were not allotted, ISRO had no jeeps or cars for research work. They had just one bus, which moved in shifts…… pic.twitter.com/Cc1SP1PO3a
— BJP (@BJP4India) August 27, 2023
बीजेपी ने ट्वीट कर कहा, ‘जाने-माने इसरो वैज्ञानिक का कहना है कि वह विपक्ष के इस सवाल पर हैरान हैं कि पीएम मोदी इसरो में क्यों गए और उन्हें सम्मान क्यों मिला। हर जगह इसरो अध्यक्ष श्री एस सोमनाथ को उचित सम्मान मिला। सिर्फ इसलिए कि आप पीएम को पसंद नहीं करते, आप उन्हें बदनाम नहीं कर सकते। राष्ट्रीय परियोजना का श्रेय और किसे दिया जाना चाहिए? सिर्फ इसलिए कि विपक्ष उन्हें पसंद नहीं करता, वे उन्हें उनके पद से नहीं हटा सकते।’
Ace ISRO scientist says he is shocked at the Opposition on asking why PM Modi went to ISRO and got respect.
1. Everywhere ISRO Chairman Shri S. Somanath got due respect.
2. Just because you don’t like PM, you can't discredit him. Who else is supposed to be credited with a… pic.twitter.com/NsRc5ajzjt
— BJP (@BJP4India) August 27, 2023
इसरो ने चंद्रयान-3 मिशन में पाई सफलता
गौरतलब है कि हालही में इसरो ने चंद्रयान-3 की चंद्रमा पर सुरक्षित लैंडिंग की। जिस जगह लैंडिंग हुई, उसका नाम शिवशक्ति रखा गया है। ये लैंडिंग 23 अगस्त को हुई थी, जिसके बाद से पूरा देश उत्साहित हैं। इसरो की इस सफलता के बाद इसरो के पूर्व वैज्ञानिक का पुरानी सरकार की आलोचना करना सियासी गलियारों में चर्चा का विषय बना हुआ है।