भाजपा के पूर्व प्रदेश अध्यक्ष व एनडीए उम्मीदवार डॉ. संजय जायसवाल ने कहा कि सदियों से कांग्रेस हिंदू आस्था, ब्राह्मणों और हिंदू देवी-देवताओं का अपमान करती रही है। कांग्रेस अपने वोटबैंक की राजनीति को मजबूत करने के लिए अब राम मंदिर पर सुप्रीम कोर्ट के दिए फैसले को पलटना चाहती है।
‘एक विशेष सम्प्रदाय को खुश करने के लिए…’
उन्होंने कहा कि जिस तरह से कांग्रेस ने शाहबानो मामले में सुप्रीम कोर्ट के फैसले को बदल दिया था, उसी तरह वह एक विशेष सम्प्रदाय को खुश करने के लिए राम मंदिर पर आए फैसले को बदल देंगे। वे चनपटिया एवं नौतन में जनसंपर्क के दौरान बोल रहे थे।
‘कांग्रेस को प्रभु श्रीराम से समस्या है…’
उन्होंने यह भी कहा कि कांग्रेस को सनातन और प्रभु श्रीराम से इतनी अधिक समस्या है कि इन्होंने भगवान राम के प्राण प्रतिष्ठा समारोह का भी बहिष्कार कर दिया था। बाद में राम मंदिर जाने या उसका समर्थन करने वाले कांग्रेसियों को इतना अपमानित किया गया कि उन्हें पार्टी छोड़ने पर मजबूर होना पड़ा।
‘जो सनातन की बात करेगा…’
संजय जायसवाल ने कहा कि यह साबित करता है कि जो सनातन की बात करेगा वह कांग्रेस में नहीं रहेगा। मौके पर भाजपा के पूर्व जिलाध्यक्ष दीपेंद्र सर्राफ, युवा मोर्चा के प्रदेश उपाध्यक्ष धनरंजन कुमार समेत अन्य उपस्थित थे।