भारत में एक बार फिर से कोरोना वायरस संक्रमण के मामले बढ़ने लगे हैं, जिससे स्वास्थ्य तंत्र की सतर्कता और तैयारियों को लेकर केंद्र और राज्य सरकारों ने सक्रियता बढ़ा दी है। शुक्रवार को देशभर में कोरोना संक्रमण के कुल सक्रिय मामलों की संख्या 5,364 तक पहुंच गई, जो हाल के महीनों में दर्ज हुआ एक अहम उछाल है। स्वास्थ्य मंत्रालय के अनुसार, पिछले 24 घंटों में देशभर में कुल 498 नए कोरोना केस दर्ज किए गए हैं, वहीं चार नई मौतें भी दर्ज की गई हैं।
सर्वाधिक प्रभावित राज्य:
- केरल में कोरोना की स्थिति सबसे गंभीर बनी हुई है, जहां बीते 24 घंटों में 192 नए मामले दर्ज किए गए।
- इसके बाद गुजरात में 107, पश्चिम बंगाल में 58, दिल्ली में 30 और महाराष्ट्र में 114 नए मामले सामने आए हैं।
- दिल्ली में सक्रिय मामलों की संख्या बढ़कर 592 हो गई है और 1 जनवरी से अब तक 7 मौतें दर्ज की गई हैं।
- महाराष्ट्र में कुल मामलों की संख्या इस साल अब तक 1,276 पहुंच गई है और 18 लोगों की मौत हो चुकी है।
केंद्र और राज्यों की तैयारी:
संक्रमण के बढ़ते मामलों को देखते हुए केंद्र सरकार ने सभी राज्यों को मॉक ड्रिल आयोजित करने के निर्देश दिए हैं ताकि अस्पतालों की सुविधा-स्तर की तैयारियों का आकलन किया जा सके। राज्यों को ऑक्सीजन, वेंटिलेटर, आइसोलेशन बेड और आवश्यक दवाओं की उपलब्धता सुनिश्चित करने का आदेश दिया गया है। इसके अलावा, राज्य सरकारें परामर्श (advisory) जारी कर रही हैं और नागरिकों से मास्क पहनने, भीड़ से बचने और लक्षण दिखने पर जांच कराने की अपील कर रही हैं।
सतर्कता की जरूरत:
इन बढ़ते आंकड़ों को देखते हुए यह साफ है कि देश को कोरोना के संभावित नए लहर की आशंका को लेकर सतर्क रहना होगा। संक्रमण की संख्या अभी नियंत्रण में है, लेकिन इसके रूझान में बढ़ोतरी आने वाले दिनों में खतरे का संकेत दे सकती है। आमजन से उम्मीद की जा रही है कि वे कोविड प्रोटोकॉल का पालन करें और सरकार द्वारा जारी दिशानिर्देशों का सख्ती से पालन करें।
भारत में कोविड-19 एक बार फिर दस्तक दे रहा है, लेकिन पहले की तुलना में सरकार अधिक सतर्क है और संसाधनों के स्तर पर तैयारियां तेज कर दी गई हैं। यदि जनता सतर्क रही और सरकार के निर्देशों का पालन किया गया, तो इस संक्रमण की लहर को समय रहते काबू में लाया जा सकता है।