ऑपरेशन सिंदूर: भारत की सैन्य नीति का नया अध्याय
भूमिका:
7 मई 2025 की रात भारत ने “ऑपरेशन सिंदूर” के तहत वो कर दिखाया जिसकी पाकिस्तान ने कल्पना तक नहीं की थी। यह सिर्फ एक जवाबी हमला नहीं था, बल्कि भारत की सैन्य और रणनीतिक सोच में आए जबरदस्त बदलाव का प्रतीक था।
ऑपरेशन सिंदूर: भारत की सैन्य नीति का नया अध्यायघटनाक्रम का सिलसिलेवार विवरण:1. ट्रिगर पॉइंट – पहलगाम हमला (22 अप्रैल 2025):2. रणनीति और तैयारी:3. ऑपरेशन सिंदूर का आगाज़ (7 मई 2025, 1 AM):4. पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई और उसकी विफलता (8-9 मई):5. निर्णायक प्रहार – 10 मई का हमला:6. रणनीतिक संदेश और डिप्लोमैसी:मुख्य संदेश और रणनीतिक संकेत:निष्कर्ष:
घटनाक्रम का सिलसिलेवार विवरण:
1. ट्रिगर पॉइंट – पहलगाम हमला (22 अप्रैल 2025):
- 26 भारतीय श्रद्धालुओं की बर्बर हत्या।
- हमला धार्मिक आधार पर किया गया।
- हमला अमेरिकी वाइस प्रेसिडेंट की भारत यात्रा के दौरान हुआ – संदेश साफ था, भारत को वैश्विक मंच पर शर्मिंदा करना।
2. रणनीति और तैयारी:
- पीएम नरेंद्र मोदी सऊदी से लौटते हैं।
- CCS (कैबिनेट कमिटी ऑन सिक्योरिटी) की आपात बैठक।
- गृहमंत्री अमित शाह कश्मीर भेजे गए।
- तीनों सेनाओं को पूरी तैयारी के आदेश।
3. ऑपरेशन सिंदूर का आगाज़ (7 मई 2025, 1 AM):
- POK और पाकिस्तान के भीतर 9 आतंकवादी ठिकानों पर सटीक हमले:
- बहावलपुर, मुरीदके, मुजफ्फराबाद, भिंबर, गुलपुर, सियालकोट, चक अमरू, कोटली और बाघ।
- जैश, लश्कर, हिज्बुल के कमांडर्स ढेर।
- 100+ आतंकी मारे गए।
4. पाकिस्तान की जवाबी कार्रवाई और उसकी विफलता (8-9 मई):
- भारत के सैन्य ठिकानों पर ड्रोन व मिसाइल अटैक की कोशिश।
- भारतीय S-400 और आकाशतीर सिस्टम ने सभी हमले नाकाम किए।
- भारत ने हेरोप लॉटरिंग ड्रोन्स से जवाबी हमला किया।
5. निर्णायक प्रहार – 10 मई का हमला:
- नूर खान एयरबेस (चकलाला), पाकिस्तान की सबसे सुरक्षित और VIP एयरबेस को निशाना बनाया गया।
- इसके बाद मुरीद, रफीकी, सरगोधा जैसे एयरबेस तबाह कर दिए गए।
- पाकिस्तान के न्यूक्लियर शील्ड की मिथक टूटी।
6. रणनीतिक संदेश और डिप्लोमैसी:
- भारत ने अपने तीन चेहरे सामने रखे:
- कर्नल सोफिया कुरैशी, विंग कमांडर व्योमिका सिंह, विदेश सचिव विक्रम मिसरी।
- भारत ने कहा: “हमने आतंक के दिल पर वार किया है – ये सबूत हैं।”
- विदेश मंत्री डॉ. जयशंकर ने खाड़ी देशों को भरोसे में लिया।
- पश्चिमी देश भारत के साथ खड़े दिखे, पाकिस्तान अलग-थलग पड़ा।
मुख्य संदेश और रणनीतिक संकेत:
- “Unwritten Rules” अब खत्म हो चुके हैं।
दशकों से समझा जाता था कि पाकिस्तान के कुछ एयरबेस, खासकर न्यूक्लियर से जुड़े, अछूत हैं – भारत ने इस भ्रम को खत्म कर दिया। - नई भारत की नीति – “डराओ नहीं, दबाओ”
सिर्फ आतंकियों को नहीं, उनके संरक्षकों को भी ठिकाने लगाया गया। - भारत का रक्षा कवच – लौह दीवार (Iron Dome) तैयार
स्वदेशी व विदेशी टेक्नोलॉजी से लैस डिफेंस सिस्टम ने पाकिस्तान के सैकड़ों ड्रोन-हमलों को नाकाम किया। - पाकिस्तानी सेना की फजीहत
जनरल मुनीर और शहबाज शरीफ के बीच तकरार। पाकिस्तान की डिप्लोमैसी धराशायी।
निष्कर्ष:
ऑपरेशन सिंदूर सिर्फ एक सैन्य जवाब नहीं, बल्कि भारत के बदले हुए सामरिक सोच का ऐलान था। यह स्पष्ट कर दिया गया कि यदि भारत पर धार्मिक या आतंकवादी हमला हुआ, तो जवाब सिर्फ सीमित स्ट्राइक नहीं होगा, बल्कि पूरे संरचना को ध्वस्त कर दिया जाएगा।
यह ऑपरेशन भारत की नीति में वह मोड़ साबित हुआ जो दशकों तक चर्चा में रहा – लेकिन अब हकीकत बन चुका है।