तृणमूल कॉन्ग्रेस (TMC) की पूर्व सांसद महुआ मोइत्रा ने सुप्रीम कोर्ट का दरवाजा खटखटाया है। महुआ मोइत्रा को शुक्रवार (8 दिसम्बर, 2023) को लोकसभा ने उनके भ्रष्टाचारी आचरण के चलते सदस्यता से वंचित कर दिया था। अब उन्होंने इस निर्णय को देश की सबसे बड़ी अदालत सुप्रीम कोर्ट में चुनौती दी है।
महुआ मोइत्रा पर दुबई में रहने वाले कारोबारी दर्शन हीरानंदानी से पैसे और महँगे गिफ्ट लेकर कारोबारी गौतम अडानी के विरुद्ध प्रश्न पूछने का आरोप 15 अक्टूबर को भाजपा सांसद निशिकांत दुबे ने लोकसभा स्पीकर को एक पत्र लिख कर लगाया था।
Trinamool Congress leader Mahua Moitra moves Supreme Court against expulsion from Lok Sabha over 'cash-for-query' allegations
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— ANI (@ANI) December 11, 2023
यह आरोप महुआ मोइत्रा के पूर्व पार्टनर और सुप्रीम कोर्ट में वकील जय अनंत देहाद्राई के हवाले से लगाए गए थे। बाद में दर्शन हीरानंदानी ने स्वयं यह स्वीकार किया था कि उन्होंने महुआ को महँगे तोहफे और पैसे दिए हैं। महुआ पर यह भी आरोप लगाया गया था कि उन्होंने अपने संसद पोर्टल की लॉगइन आईडी और पासवर्ड दर्शन हीरानंदानी को दिए।
इस बात को महुआ ने खुद भी स्वीकारा था। इस मामले की जाँच के लिए इसे लोकसभा स्पीकर ओम बिरला ने संसद की आचार समिति के पास भेज दिया था। आचार समिति ने दोनों पक्षों को सुन कर अपनी रिपोर्ट संसद को 8 दिसम्बर, 2023 को दी थी।
इस रिपोर्ट में महुआ पर लगे आरोपों को सही पाया गया था। महुआ के इस कदाचार के चलते समिति ने उन्हें लोकसभा की सदस्यता से बर्खास्त करने की सिफारिश की थी। इसके पश्चात 8 दिसम्बर, 2023 को ही इस रिपोर्ट के आधार पर महुआ की संसद सदस्यता रद्द कर दी गई थी। महुआ का कहना था कि उनका दर्शन हीरानंदानी से गिफ्ट और पैसे लेना भ्रष्टाचार नहीं है। अब महुआ ने इस मामले में सुप्रीम कोर्ट के सामने अपील की है।
अभी महुआ की याचिका सुनवाई के लिए सुप्रीम कोर्ट ने स्वीकार की है या नहीं, यह सामने नहीं आया है। यह भी स्पष्ट नहीं है कि महुआ का केस सुप्रीम कोर्ट में कौन लड़ रहा है।