केदारनाथ में टला बड़ा हादसा: हाईवे पर हेलीकॉप्टर की इमरजेंसी लैंडिंग, सभी यात्री सुरक्षित
केदारनाथ/उत्तराखंड: शनिवार को केदारनाथ धाम में एक बड़ा हादसा होते-होते टल गया जब एक हेलीकॉप्टर को तकनीकी खराबी के चलते राष्ट्रीय राजमार्ग (हाईवे) पर इमरजेंसी लैंडिंग करनी पड़ी। हेलीकॉप्टर में पायलट समेत कुल छह लोग सवार थे। लैंडिंग के दौरान हेलीकॉप्टर थोड़ा असंतुलित हो गया, जिससे इसका पिछला हिस्सा क्षतिग्रस्त हो गया और पायलट को हल्की चोटें आईं। हालांकि, बाकी सभी यात्री पूरी तरह सुरक्षित हैं।
बताया जा रहा है कि यह हेलीकॉप्टर बडासू हैलीपैड से केदारनाथ की ओर उड़ान भर रहा था। रास्ते में लगभग 20 किलोमीटर पहले तकनीकी खराबी के संकेत मिलने पर पायलट ने सतर्कता दिखाते हुए हेलीकॉप्टर को हाईवे पर उतारने का निर्णय लिया। लैंडिंग के दौरान हेलीकॉप्टर अनियंत्रित होकर नीचे गिरा, जिससे उसके पिछले हिस्से को नुकसान हुआ।
सूत्रों के मुताबिक, यह हेलीकॉप्टर ऋषिकेश स्थित AIIMS अस्पताल से जुड़ा था और एक मरीज को लाने के लिए केदारनाथ जा रहा था। घटना के तुरंत बाद मौके पर स्थानीय प्रशासन और राहत टीमें पहुंच गईं। घायलों को प्राथमिक चिकित्सा मुहैया कराई गई।
हेलीकॉप्टर हादसों की बढ़ती घटनाएं चिंता का विषय
पिछले महीने भी केदारनाथ में एक हेलीकॉप्टर की लैंडिंग के दौरान उसका पिछला हिस्सा टूट गया था। उस घटना में भी सौभाग्यवश कोई हताहत नहीं हुआ था। विशेषज्ञों का मानना है कि तीर्थयात्रा के दौरान हेलीकॉप्टर सेवाओं की मांग बढ़ने से कभी-कभी सुरक्षा मानकों की अनदेखी हो रही है, जो इस तरह की घटनाओं का कारण बन रही हैं।
जांच के आदेश जारी
हेलीकॉप्टर की इस इमरजेंसी लैंडिंग को लेकर DGCA (नागर विमानन महानिदेशालय) और राज्य प्रशासन ने जांच के आदेश दे दिए हैं। प्रारंभिक अनुमान के मुताबिक तकनीकी खराबी और मानकों की संभावित अनदेखी इसकी वजह हो सकती है।
निष्कर्ष:
केदारनाथ जैसे दुर्गम और संवेदनशील तीर्थस्थलों पर हेलीकॉप्टर सेवाओं की निगरानी और उनकी सुरक्षा व्यवस्था को और सख्त करने की जरूरत है ताकि भविष्य में ऐसे हादसों से पूरी तरह बचा जा सके। फिलहाल राहत की बात यह है कि सभी यात्री सुरक्षित हैं और एक बड़ा हादसा टल गया।