उत्तर प्रदेश की राजधानी लखनऊ के मलीहाबाद क्षेत्र के प्रसिद्ध बागवान और पद्मश्री से सम्मानित कलीमुल्लाह खान, जिन्हें लोग प्यार से ‘मैंगो मैन’ के नाम से जानते हैं, एक बार फिर चर्चा में हैं। उन्होंने आम की एक नई किस्म विकसित की है, जिसका नाम उन्होंने भारत के रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह के नाम पर रखा है। इस आम का नाम ‘राजनाथ आम’ रखा गया है। इसे मलीहाबाद स्थित उनके बाग में ग्राफ्टिंग तकनीक के ज़रिए तैयार किया गया है। ग्राफ्टिंग एक बागवानी विधि है जिसमें दो अलग-अलग पेड़ों के हिस्सों को जोड़कर एक नया पौधा तैयार किया जाता है, जिससे स्वाद, रंग, आकार और औषधीय गुणों में नयापन आता है।
कलीमुल्लाह खान ने यह नाम रक्षा मंत्री को देश की सेवा, संतुलित और शांति-प्रिय सोच के प्रतीक रूप में श्रद्धांजलि देने हेतु रखा है। उनका मानना है कि आम का नाम यदि किसी ऐसी हस्ती पर रखा जाए जिसने राष्ट्रहित में योगदान दिया हो, तो वह नाम पीढ़ियों तक ज़िंदा रहता है। उन्होंने कहा कि हाल में राजनाथ सिंह की एक बातचीत सुनकर उन्हें महसूस हुआ कि वे युद्ध नहीं, बल्कि शांति और संवाद के पक्षधर हैं, और ऐसे लोगों को स्मरण में रखने का यह एक अनूठा माध्यम है।
कलीमुल्लाह खान इससे पहले भी कई नामी हस्तियों के नाम पर आम की किस्में विकसित कर चुके हैं, जिनमें प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी, गृहमंत्री अमित शाह, कांग्रेस नेता सोनिया गांधी, क्रिकेटर सचिन तेंदुलकर, अभिनेता ऐश्वर्या राय और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव शामिल हैं। उन्होंने अब तक 300 से अधिक आम की किस्में विकसित की हैं और एक ही पेड़ पर सैकड़ों किस्मों को ग्राफ्ट करने की अनूठी कला में विश्वभर में ख्याति प्राप्त की है।
खान ने यह भी बताया कि मलीहाबाद कभी आम की 1300 से अधिक किस्मों का केंद्र हुआ करता था, लेकिन वक्त के साथ कई किस्में विलुप्त हो गई हैं। वे इन किस्मों को संरक्षित करने और आम को स्वास्थ्यवर्धक और औषधीय गुणों वाले फल के रूप में प्रचारित करने का कार्य कर रहे हैं। उनके प्रयासों से आम की पारंपरिक किस्में न केवल पुनर्जीवित हो रही हैं, बल्कि आम के नए स्वादों का विकास भी हो रहा है, जिनका लोग आने वाले वर्षों तक आनंद ले सकें।
उनका मानना है कि आम न केवल स्वाद का प्रतीक है, बल्कि यह भारत की सांस्कृतिक विरासत, बागवानी विज्ञान, और सार्वजनिक स्मृति को जोड़ने का भी एक सशक्त माध्यम है। वे चाहते हैं कि उनके बाद भी लोग इन आमों के ज़रिए देश की महान हस्तियों को याद करते रहें और आम की विविधता और उपयोगिता का लाभ उठाते रहें।