7 अगस्त 2023 की रात राज्यसभा ने दिल्ली सेवा बिल पारित कर दिया। लेकिन इस दौरान आम आदमी पार्टी (AAP) के सांसद राघव चड्ढा पर फर्जीवाड़े का आरोप लगा है। चड्ढा ने बिल पर चर्चा के दौरान सदन में इस विधेयक को चयन समिति को भेजने का प्रस्ताव रखा था। यह प्रस्ताव तो पास नहीं हुआ, लेकिन जिन पाँच सांसदों के नाम से यह प्रस्ताव रखा गया उनका कहना है कि इसके बारे में उनसे सहमति नहीं ली गई थी।
इन सांसदों ने चड्ढा पर उनके ‘फर्जी दस्तखत’ का इस्तेमाल करने का आरोप लगाया है। ये सांसद हैं- बीजेपी के सुधांशु त्रिवेदी, नरहरि अमीन, पी कोन्याक, बीजेडी के सस्मित पात्रा और एआईडीएमके सांसद थम्बी दुरई। पार्टी सांसद के आरोपों में घिरने के बाद आप ने सफाई देते हुए कहा है कि नियमानुसार चयन समिति को प्रस्ताव भेजने के लिए हस्ताक्षर की जरूरत नहीं होती है। इसलिए जाली हस्ताक्षर के आरोप गलत है। सांसदों का नाम सद्भावना में दिया गया था, क्योंकि वे सदन के भीतर और बाहर चर्चा में भाग लेते रहे हैं।
#WATCH | Two members (BJD MP Sasmit Patra and BJP MP Dr Sudhanshu Trivedi) are saying that they have not signed the motion (to be part of select committee) moved by AAP MP Raghav Chadha. Now it is a matter of investigation how the motion was signed: Union Home Minister Amit Shah… pic.twitter.com/ufYLEZREkf
— ANI (@ANI) August 7, 2023
वहीं प्रस्ताव पर जिन पाँच सांसदों के नाम थे, उनका कहना है कि उन्होंने इस पर दस्तखत नहीं किए थे। न ही उन्हें इस बात की किसी भी तरह जानकारी थी कि उनके नाम इस प्रस्ताव के समर्थन में शामिल किए जा रहे हैं। राज्यसभा के उपसभापति हरिवंश ने इसकी जाँच के आदेश दिए हैं। इन आरोपों के लेकर चड्ढा ने कहा, “विशेषाधिकार समिति को मुझे नोटिस भेजने दीजिए। मैं अपना जवाब समिति को दूँगा।”
#WATCH | "I will give an answer to Privileges Committee when they send a notice," says AAP MP Raghav Chadha after four MPs claim that their names were mentioned on the proposal to send the Delhi NCT Amendment Bill to the Select Committee without their consent.
This motion was… pic.twitter.com/hTAFg26DJi
— ANI (@ANI) August 7, 2023