जयपुर के साँगानेर इलाके में शुक्रवार (28 मार्च 2025) को वीर तेजाजी महाराज के मंदिर में उनकी मूर्ति को अज्ञात लोगों ने तोड़ दिया। जिसके बाद लोग भड़क गए और सड़क पर उतर कर प्रदर्शन करने लगे। ये मामला प्रताप नगर सेक्टर-3 का है, जहाँ शनिवार (29 मार्च 2025) की सुबह जब श्रद्धालुओं ने यह देखा, तो वो भड़क गए। तेजाजी महाराज की मूर्ति को क्षतिग्रस्त देखकर स्थानीय लोग सड़कों पर उतर आए। जयपुर-टोंक रोड पर टायर जलाए गए, नारेबाजी हुई और करीब तीन घंटे तक जाम लगा रहा।
रिपोर्ट्स के मुताबिक, सुबह 10 बजे से मंदिर के बाहर भीड़ जमा होने लगी थी। विश्व हिंदू परिषद (VHP) और बजरंग दल के कार्यकर्ता भी पहुँच गए। गुस्साए लोगों ने दोषियों की तुरंत गिरफ्तारी की माँग की। पुलिस ने समझाने की कोशिश की, लेकिन जब बात नहीं बनी तो हल्की ताकत का इस्तेमाल कर जाम खुलवाया। अब स्थिति कंट्रोल में है, लेकिन लोगों का गुस्सा अभी ठंडा नहीं हुआ। साँगानेर के बाजार बंद रहे, दुकानें सूनी पड़ी थीं।
नागौर सांसद हनुमान बेनीवाल मौके पर पहुँचे और इसे धार्मिक भावनाओं को भड़काने की साजिश बताया। उन्होंने जयपुर पुलिस कमिश्नर से फोन पर बात कर दोषियों पर सख्त कार्रवाई की माँग की। वहीं, नेता प्रतिपक्ष टीकाराम जूली ने कहा, “यह सिर्फ मूर्ति नहीं, हमारी विरासत और आस्था पर हमला है। सरकार तुरंत कदम उठाए।” विधायक विकास चौधरी और रामनिवास गावाड़िया भी वहाँ पहुँचे, लोगों को शांत करने की कोशिश की।
इस बीच, पुलिस ने भारी फोर्स तैनात कर दी है। मंदिर के सीसीटीवी फुटेज खंगाले जा रहे हैं, और कुछ संदिग्धों के सुराग मिले हैं। पुलिस अधिकारियों का कहना है कि जल्द ही आरोपितों को पकड़ लिया जाएगा। लोगों का कहना है कि सिर्फ गिरफ्तारी से काम नहीं चलेगा, धार्मिक स्थलों की सुरक्षा भी सुनिश्चित होनी चाहिए। यह घटना जयपुर के लिए एक काला धब्बा बन गई है, जिसने हर किसी को सोचने पर मजबूर कर दिया।
बता दें कि राजस्थान सरकार ने साल 2023 में वीर तेजाजी कल्याण बोर्ड बनाया था, ताकि समाज की बेहतरी के लिए काम हो सके। लेकिन आज लोग पूछ रहे हैं- जब आस्था की रक्षा ही न हो सके, तो ऐसे बोर्ड का क्या फायदा? फिलहाल, पुलिस और प्रशासन हालात पर नजर रखे हुए हैं। उम्मीद है कि दोषियों को सजा मिलेगी और लोग फिर से शांति से अपने आराध्य की पूजा कर सकेंगे।