केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने गुरुवार, 27 फरवरी 2025 को मध्य प्रदेश के सतना जिले के चित्रकूट में भारत रत्न नानाजी देशमुख की 15वीं पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम में भाग लिया। यह कार्यक्रम दीनदयाल शोध संस्थान के उद्यमिता विद्यापीठ परिसर में आयोजित किया गया था, जहां संत मोरारी बापू सहित कई प्रमुख नेता और मंत्री उपस्थित थे।
इस अवसर पर, अमित शाह और मोरारी बापू ने नवीन राम दर्शन और पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा का रिमोट के माध्यम से अनावरण किया। अपने संबोधन में, गृह मंत्री ने नानाजी देशमुख के महान व्यक्तित्व की सराहना की और कहा कि उनका जीवन युगों तक प्रभाव छोड़ने वाला है। उन्होंने नानाजी को एक ऐसे राजनेता के रूप में वर्णित किया, जिन्होंने अपने जीवन में कभी किसी का विरोध नहीं झेला और 60 वर्ष की आयु में राजनीति छोड़कर एकात्म मानववाद को जमीन पर उतारने का संकल्प लिया।
ग्रामीण भारत को सशक्त कर देश निर्माण का मजबूत माध्यम बनाना नानाजी देशमुख जी का सपना था, जिसके लिए वे आजीवन प्रतिबद्ध रहे। चित्रकूट (मध्य प्रदेश) में राष्ट्रऋषि नानाजी की 15वीं पुण्यतिथि पर आयोजित कार्यक्रम से लाइव… https://t.co/CoVlzbbT3P
— Amit Shah (@AmitShah) February 27, 2025
कार्यक्रम में, शाह ने नानाजी के जीवन और उनके योगदान की प्रशंसा की, विशेष रूप से ग्रामीण विकास, शिक्षा, स्वास्थ्य और स्वावलंबन के क्षेत्रों में उनके कार्यों को रेखांकित किया। उन्होंने नानाजी के जीवन को प्रेरणास्पद बताते हुए कहा कि उन्होंने अपने संगठन कौशल से राष्ट्रीय स्वयंसेवक संघ को विस्तार देने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई और जनसंघ के माध्यम से राष्ट्रप्रेम को भारतीय राजनीति के केंद्र में स्थापित किया।
इस तीन दिवसीय राष्ट्रीय संगोष्ठी का आयोजन 25 से 27 फरवरी 2025 तक किया गया, जिसमें देश की नई शिक्षा नीति पर विचार-विमर्श और अनुसूचित जनजाति वर्ग के सम्मान समारोह जैसे कार्यक्रम शामिल थे। इस दौरान, रामदर्शन पुनरुद्धार और पंडित दीनदयाल उपाध्याय की प्रतिमा का अनावरण भी किया गया।
नानाजी देशमुख का जन्म महाराष्ट्र के हिंगोली जिले के कडोली कस्बे में हुआ था। उन्होंने अपने जीवन में शिक्षा, स्वास्थ्य और ग्रामीण स्वावलंबन के क्षेत्रों में महत्वपूर्ण योगदान दिया। उन्हें मरणोपरांत 2019 में भारत के सर्वोच्च नागरिक सम्मान, भारत रत्न, से सम्मानित किया गया।