भारत चीन के बीच 21 राउंड की सैन्य वार्ता हो चुकी है. हालांकि इस बैठक में कई बिंदुओं पर बात हुई, लेकिन कोई समाधान नहीं निकल पाया था. दोनों देशों में सैन्य गतिरोध बरकरार है. कई मुद्दों पर दोनों देशों में सहमति जताई गई थी. आपको बता दें सैन्य वार्ता में LAC ( वास्तविक नियंत्रण रेखा ) पर शांति बनाये रखने के लिए भी सहमति बनी थी. लेकिन चीन अपनी हरकतों से बाज आने वाला नहीं है.
चीन वास्तविक नियंत्रण रेखा पर अपनी ओर लगातार निर्माण कार्य कर रहा है. जिसके कारण भारत अपनी ओर से किसी भी तरह कि कोई भी कमी नहीं रखना चाहता है. भारतीय सेना LAC के आसपास लगातार अपनी स्थिति को और मजबूत करने में लगी है. जिसके लिए भारतीय सेना पिनाका लांच राकेट सिस्टम के दो रेजिमेंट तैनात करने जा रही है. सरकार ने भारतीय सेना के लिए पिनाका राकेट के छह रेजिमेंट को स्वीकृत भी दे दी है.
LAC पर भारत होगा और मजबूत
राकेट लांचर के लगते ही भारत वास्तविक नियंत्रण रेखा पर और भी ज्यादा मजबूत हो जाएगा. इसके लिए आगे की कार्यवाही भी शुरू हो चुकी है. पिनाका भारत का स्वदेशी राकेट सिस्टम है. इससे चीन से लगी सीमा पर भारत के तोपखाने की मारक क्षमता और भी अधिक बढ़ जायेगी. रक्षा सूत्रों की माने, तो पिनाका के दो नए रेजिमेंट के लिए भारतीय सैनिकों की ट्रेनिंग दी जा रही है. आने वाले 6 महीनों में दोनों रेजिमेंट को सीमा के पास तैनात किया जाएगा. पिनाका राकेट सिस्टम से भारतीय सेना सीमा पर और भी ज्यादा अधिक मजबूत हो जायेगी.
पिनाका के वार से बचना असंभव
पिनाका राकेट सिस्टम के एक रेजिमेंट में तीन बैटरी होतीं हैं. एक बैटरी में पिनाका के 6 लांचर होते हैं. हर एक लांचर में 12 राकेट लगते हैं. इनका रेंज करीब 40 किलोमीटर का होता है. एक लांचर के सभी 12 राकेट को सिर्फ 44 सेकंड में फायर किया जा सकता है. जानकारी के लिए आपको बता दें, आने वाले समय में लंबी दूरी के राकेट तोपखाने में स्वदेशी रूप से विकसित पिनाका भारतीय सेना का मुख्य हथियार होगा. इसका इस्तेमाल एक बड़े इलाके पर भारी बमबारी के लिए किया जाता है. पिनाका अपने टारगेट पर सटीक वार करता है, जिसके कारण पिनाका का वार और खतरनाक हो जाता है. दुश्मन के एयरबेस, आर्मी पोस्ट, टैक्स, सैन्य टुकड़ियां और कई महत्वपूर्ण ठिकानों को तबाह किया जा सकता है.