प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी आगामी 22 मई 2025 को राजस्थान के बीकानेर ज़िले के करणी माता मंदिर, देशनोक में दर्शन करने जा रहे हैं। इस अवसर पर केंद्रीय रेल मंत्री अश्विनी वैष्णव और राजस्थान के मुख्यमंत्री भजनलाल शर्मा भी उनके साथ मौजूद रहेंगे।
करणी माता मंदिर कहां स्थित है?
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स्थान: देशनोक, बीकानेर, राजस्थान
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बीकानेर से दूरी: लगभग 30 किलोमीटर
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यह मंदिर थार मरुस्थल के किनारे स्थित है और अपने हजारों काले चूहों के लिए दुनियाभर में प्रसिद्ध है। इन्हें मंदिर में “काबा” कहा जाता है और ये पूजनीय माने जाते हैं।
करणी माता कौन थीं?
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करणी माता को मां दुर्गा का अवतार माना जाता है।
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वे एक संत और चमत्कारी महिला थीं, जिनका जन्म 14वीं शताब्दी में माना जाता है।
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करणी माता ने राठौड़ वंश के राजाओं को आशीर्वाद देकर बीकानेर और जोधपुर की रियासतों की स्थापना में मदद की थी।
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वे बीकानेर राजघराने की कुलदेवी मानी जाती हैं।
मंदिर का इतिहास:
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मंदिर का प्रारंभिक निर्माण 15वीं शताब्दी में हुआ था, जब राजपूत राजाओं ने इसे बनवाया।
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वर्तमान भव्य मंदिर का निर्माण 20वीं शताब्दी की शुरुआत में बीकानेर रियासत के महाराजा गंगा सिंह ने कराया।
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यह मंदिर संगमरमर और चांदी के दरवाजों, और उत्कृष्ट राजस्थानी वास्तुकला के लिए प्रसिद्ध है।
चूहे क्यों हैं विशेष?
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मंदिर में रहने वाले काले चूहे करणी माता के भक्त माने जाते हैं।
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माना जाता है कि ये चूहे पुनर्जन्म लेने वाली आत्माएं हैं।
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यदि कोई श्रद्धालु सफेद चूहे को देख ले, तो इसे अति शुभ संकेत माना जाता है।
नवरात्रि में विशेष आयोजन:
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चैत्र और आश्विन नवरात्रि के दौरान यहां भारी संख्या में श्रद्धालु पहुंचते हैं।
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मंदिर को भव्य रूप से सजाया जाता है और भजन-कीर्तन, भंडारे, और विशेष पूजा का आयोजन होता है।
प्रधानमंत्री मोदी की यह यात्रा न केवल धार्मिक महत्व रखती है, बल्कि यह राजस्थान में आस्था, परंपरा और विरासत के साथ उनके जुड़ाव को भी दर्शाती है। साथ ही, यह दौरा बीकानेर क्षेत्र में रेलवे और अन्य बुनियादी परियोजनाओं से भी जुड़ा हो सकता है।