दरअसल मामला यह था कि तौसीफ नाम का यह युवक पिछले कई महीनों से नहाने जाते वक्त या शौचालय जाने के समय लड़कियों की अश्लील तस्वीरें और वीडियो बनाता था और उसे वायरल करता था। इस बात की भनक जैसे ही ग्रामीणों को लगी तो उन्होंने तौसीफ को पकड़ लिया। इसके साथ ही ग्रामीणों ने एक पंचायत बुलाई जिसमे पूर्व विधायक देवेंद्र कुंवर भी शामिल हुए।पंचायत में कुछ ग्रामीण उस लड़के को सजा देने की मांग कर रहे थे, तो कुछ बहुत ही उग्र थे। फिर पंचायत ने उस युवक से कहा कि घटना के लिए माफी मांगो और कान पकड़कर उठक बैठक करो।
देवेंद्र कुंवर ने बताया कि कुछ ग्रामीण तौसिफ की हरकत से काफी उग्र थे। इसी को देखते हुए वे पंचायत में उसे छोटी-मोटी सजा के बाद अपने घर ले आये। यहां तौसीफ़ लगभग 4 घंटे रहा। देवेंद्र कुंवर ने बताया कि यदि वे यह काम नहीं करते तो तौसीफ के साथ कुछ भी हो सकता था। उन्होंने कहा कि उनके द्वारा तौसीफ की जान बचाई गई, इसके बाद भी उनकी ही बदनामी पूरे देश में की जा रही है।
हालांकि पंचायत की ओर से अब यह निर्णय लिया गया है कि तौसीफ को गांव से एक वर्ष के लिए बाहर कर दिया जाए। ग्रामीणों का मानना है कि जिस तरह से यह गांव की लड़कियों की अश्लील तस्वीरें और वीडियो बना रहा है आने वाले दिनों में यह किसी के साथ गलत हरकत भी कर सकता है। मिडिया रिपोर्ट के अनुसार पुलिस मामले की जांच कर रही है। दुमका पुलिस अधीक्षक पीतांबर सिंह खेरवार के अनुसार वीडियो में पीड़ित के पिता साफ तौर पर कह रहे हैं कि उनके बेटे ने गलती की है, जिसे पंचायत ने माफ कर छोड़ दिया है और उन्होंने पंचायत के फैसले को सही भी बताया है। इसके साथ ही बताया कि दोनों पक्षों में से किसी के द्वारा शिकायत नहीं मिली है और अगर मिलती है तो पुलिस कानूनी कार्रवाई करेगी।
इस विषय पर एक स्थानीय कमलाकांत झा से बात की। उनका कहना है कि देवेंद्र कुंवर और उनका परिवार सदैव समाज की सेवा करता आया है। जब लोग उनके पास समस्या लेकर जाते हैं तो बहुत ही अलग तरीके से वह समस्याओं का निराकरण भी करते हैं ताकि समाज में विद्वेष ना फैले। इसके बाद भी कुछ लोगों ने इस घटना को जानबूझकर बढ़ा चढ़ा कर दिखाया और उन्हें बदनाम करने की कोशिश की। उस जगह पर लोगों ने थूक चटवाने की बात तो की लेकिन देवेंद्र कुंवर ने थूक नहीं चटवाने दिया।