पवित्र श्रावण मास में कट्टरपंथी ताकतें पश्चिमी यूपी में जगह-जगह माहौल बिगाड़ने की कोशिश में जुटी है। बदायूं जिले में मुस्लिम भीड़ ने भजन बजाने पर हिन्दू विकेता पर हमला कर दिया। इससे इलाके में हालात तनावपूर्ण हो गए और गुस्साए हिन्दू संगठन मैदान में आए। पुलिस ने कार्रवाई का भरोसा देकर अफसरों ने प्रदर्शनकारियों को शांत किया। पुलिस ने विक्रेता पर हमले के मामले में जाकिर, इब्राहिम, सूफियान और नदीम के खिलाफ केस दर्ज कर उनकी तलाश शुरू कर दी है।
विक्रेता पर हमले का मामला बदायूं के दातागंज कस्बे में सामने आया है। यहां का रहने वाला मोनू कश्यप फेरी लगाकर खाने का सामान बेचता है। सावन में वह भोले भक्ति और कांवड़ के भजन बताते हुए कस्बे में ठेले पर फेरी लगाते हुए सामान बेच रहा था। वार्ड-2 में उसको मुस्लिम समुदाय के लोगों ने रोक लिया और भजन बजाने पर आपत्ति करते हुए मारपीट शुरू कर दी। गरीब का ठेले पर रखा सामान फेंक दिया और धमकी देकर वहां से भगा दिया।
पीड़ित मोनू कश्यप ने दातागंज कोतवाली पहुंचकर घटना की शिकायत की मगर पुलिस ने मामला हल्के में लिया और कार्रवाई का भरोसा देकर उसको लौटा दिया। बाद में विक्रेता पर हमले की जानकारी हिन्दूवादी संगठनों को लगी तो उनमें आक्रोश फैल गया। घटना के विरोध में काफी संख्या में लोग सड़कों पर उतर आए और हंगामा शुरू कर दिया। विश्व हिन्दू परिषद के नेताओं तमाम कार्यकर्ताओं के साथ थाने पहुंचकर कार्रवाई पर अड़ गए। नारेबाजी और प्रदर्शन कर रहे लोगों को पुलिस अफसरों ने समझा-बुझाकर शांत किया। थाना प्रभारी ने मीडिया को बताया कि हिन्दू विक्रेता से मारपीट के मामले में सूफियान, इब्राहिम, जाकिर व नईम के खिलाफ केस दर्ज कर लिया है। हमलावरों की तलाश में दबिशें जारी हैं।