कॉर्बेट पार्क और राजा जी टाइगर रिजर्व से लगे जिले के जंगलों में पिछले दस दिनों में दो हाथियों की मौत हो गई है। बिजनौर में ही एक गन्ने के खेत के पास दलदल में एक हाथी फंस गया, जिसे बाहर निकालने की कोशिश की जा रही है।
बिजनौर के राजगढ़ रेंज में एक हाथी दलदल में फंस गया और करीब बीस घंटे की कड़ी मशक्कत के बाद उसे जेसीबी ट्रैक्टर की मदद से बाहर निकाला गया। हाथी के दलदल से बाहर आते ही वन विभाग के कर्मियों ने राहत की सांस ली, लेकिन तभी हाथी जंगल की तरफ जाने लगा और गन्ने के खेत में जाकर बैठ गया। वन कर्मी भी जब आगे बढ़े तो देखा कि हाथी फिर से दलदल में फंसा हुआ है। अब फॉरेस्ट अधिकारी उसे यहां से बाहर निकालने के लिए कोशिश में लगे हैं। हाथी को चारा और ग्लूकोज दिया गया है ताकि वह अपनी स्वाभाविक ताकत न खोए। फॉरेस्ट कर्मियों ने उम्मीद जताई है कि दोपहर तक हाथी को दलदल से बाहर निकाल लिया जाएगा।
बिजनौर जिले के नजीबाबाद वन प्रभाग के बढ़ापुर रेंज में पिछले दस दिनों में दो हाथियों की मौत हुई है। फॉरेस्ट वनाधिकारी जितेंद्र सिंह के मुताबिक एक हाथी बाघ के साथ संघर्ष में मारा गया है। ऐसा इसलिए प्रतीत हुआ है क्योंकि हाथी के शरीर पर चोट के निशान हैं और वनकर्मियो ने बाघ हाथी के संघर्ष की पुष्टि भी की थी। हाथी की उम्र पांच साल आंकी गई। दूसरे हाथी की मौत बरखेड़ा रेंज में बीमारी से हुई प्रतीत होती है इसकी उम्र बारह साल बताई गई। दोनों हाथियों का पोस्टमार्टम करवा कर उन्हे दफना दिया गया है।