प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मंगलवार को भाजपा के संसदीय दल को संबोधित करने के दौरान विपक्ष के नए गठबंधन पर भी जम कर हमला बोला। बता दें कि विपक्ष ने यूपीए को अलविदा कहते हुए अपने गठबंधन का नाम ‘I.N.D.I.A’ रखा है, जिसे ‘इंडिया’ कह कर प्रचारित किया गया। अब प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने याद दिलाया है कि आतंकी संगठन ‘इंडियन मुजाहिदीन’ और आक्रांता अंग्रेजों की ‘ईस्ट इंडिया कंपनी’ के नाम में भी तो इंडिया है।
उन्होंने कहा कि सिर्फ नाम में ‘इंडिया’ लगा लेने से कुछ नहीं होता है। बता दें कि विपक्ष मणिपुर हिंसा पर हंगामा करते हुए संसद नहीं चलने दे रहा है, जबकि मोदी सरकार चर्चा के लिए तैयार है। इस पर पीएम मोदी ने कहा कि उन्होंने इस तरह का दिशाहीन विपक्ष नहीं देखा। उन्होंने कहा कि ये लोग भ्रमित हैं और इनके बर्ताव से ऐसा लगता है कि ये दशकों तक सत्ता में नहीं आना चाहते। उन्होंने विपक्ष को बिखरा हुआ हताश करार दिया।
प्रधानमंत्री ने एक तरह से साफ़ कर दिया है कि वो संसद में विपक्ष के उपद्रव के सामने झुकने वाले नहीं हैं। उन्होंने गिनाया कि कैसे आतंकी संगठन PFI के नाम में भी इंडिया था। उधर ये भी खबर आ रही है कि विपक्ष अब अविश्वास प्रस्ताव की तैयारी कर रहा है। केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह मणिपुर पर संसद में चर्चा का उत्तर देने के लिए तैयार हैं। प्रधानमंत्री के संसद में पहुँचने पर भाजपा के सांसदों में खासा उत्साह दिखा और उन्होंने गर्मजोशी से उनका स्वागत किया।
#WATCH | BJP MP Ravi Shankar Prasad, says "We are proud of our PM. We are coming back to power in 2024. PM Modi has given a statement that Indian National Congress, East India Company was founded by a foreign national. Today people are using names like Indian Mujahideen and… pic.twitter.com/XRpkEXl0eF
— ANI (@ANI) July 25, 2023
उधर पूर्व केंद्रीय मंत्री रविशंकर प्रसाद ने कहा कि हमें अपने प्रधानमंत्री पर गर्व है, उन्होंने एक नई आशा जगाई है। पटना साहिब लोकसभा क्षेत्र से सांसद ने कहा कि 2024 में भी NDA ही सत्ता में आएगी। उन्होंने कहा कि देश-दुनिया जानती है और विपक्ष भी ये समझता है, फिर भी वो बार-बार विरोध करते हैं क्योंकि वो मान चुके हैं कि उन्हें सत्ता में नहीं आना। उन्होंने कहा कि कॉन्ग्रेस और ‘ईस्ट इंडिया कंपनी’, दोनों को अंग्रेजों ने ही बनाया है। उन्होंने कहा कि 2024 का परिणाम आएगा जो हारे हुए और थके हुए निराश विपक्ष की संख्या और कम हो जाएगी।