26/11 मुम्बई आतंकी हमले का मास्टरमाइंड तहव्वुर राणा भारत आ चुका है. गुरुवार की शाम को उसे एक स्पेशल विमान से अमेरिका से लाया गया. तहव्वुर के प्रर्त्यपण के बाद प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का 14 साल पुराना ट्वीट वायरल हो रहा है, जिसमें उन्होंने उस समय की सत्तारूढ़ कांग्रेस सरकार की विदेश नीति की आलोचना की थी.
पीएम मोदी ने अपने पोस्ट में लिखा था कि मुंबई हमले में तहव्वुर राणा को निर्दोष घोषित करने से अमेरिका ने भारत की संप्रभुता को ठेस पहुंचाई है और यह विदेश नीति के लिए बड़ा झटका है.
US declaring Tahawwur Rana innocent in Mumbai attack has disgraced the sovereignty of India & it is a “major foreign policy setback”
— Narendra Modi (@narendramodi) June 10, 2011
कौन है तहव्वुर राणा ?
तहव्वुर राणा पाकिस्तानी मूल का कनाडाई नागरिक है, जिस पर 2008 में मुम्बई के 26/11 आतंकी हमले की साजिश में संलिप्तता के आरोप लगे हैं. इस आतंकी हमले में 166 लोग मारे गये थे. अधिकारियों के मुताबिक, उसे आतंकी हमले की जानकारी थी और वह पाकिस्तान में आतंकी समूहों और उनके नेताओं के संपर्क में था.
26/11 के हमले में राणा की संलिप्तता का खुलासा उसके बचपन का दोस्त और मामले का एक मुख्य आरोपी डेविड कोलमैन हेडली ने किया था. हेडली ने बताया था कि वह राणा से लगातार संपर्क में था और उसने अपनी गतिविधियों के लिए मुंबई में एक व्यावसायिक कार्यालय खोलने की अनुमति भी ली थी. पूछताछ के दौरान, हेडली ने खुलासा किया था कि मुंबई हमलों की रेकी के लिए उसने 2007 और 2008 के बीच पांच बार भारत की यात्रा की थी, जिसके लिए राणा ने उसे पांच साल का वीज़ा दिलवाया था.
राणा को कैसे लाया गया भारत
इसी साल पीएम मोदी के अमेरिका दौरे के दौरान राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने राणा के प्रर्त्यपण को सुनिश्चित किया था. राणा द्वारा प्रर्त्यपण रोकने के सभी लीगल प्रयासों की असफलताओं के बाद उसे गुरुवार शाम को एक विशेष विमान से दिल्ली लाया गया. और उसे 18 दिन की कस्टडी में राष्ट्रीय जांच एजेन्सी(NIA) को सौंप दिया गया.
साल 2013 में राणा को 14 साल के कारावास की सजा की सजा सुनाई गई थी, लेकिन साल 2020 में स्वास्थ्य कारणों से उसे रिहा कर दिया गया था. बाद में उसे भारत द्वारा प्रर्त्यपण के अनुरोध के बाद उसी साल उसे फिर से गिरफ्तार कर लिया गया था.