प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने वक्फ पर नया कानून बनने के बाद पहली बार सार्वजनिक मंच के दिए बयान में कहा कि इस नए कानून से वक्फ की पवित्र भावना की रक्षा होगी। उन्होंने कहा कि इससे गरीब मुसलमानों को लाभ मिलेगा। प्रधानमंत्री मोदी ने राइजिंग इंजिया समिट 2025 के मंच से अपनी पहली प्रतिक्रिया दी।
पसमांदा मुसलमानों के अधिकारों को होगी रक्षा
पीएम मोदी ने नए वक्फ कानून को सामाजिक न्याय की दिशा में बड़ा कदम बताया और कहा कि यह कानून गरीब पसमांदा मुसलमानों, महिलाओं और बच्चों के अधिकारों को सुनिश्चित करेगा। पीएम मोदी ने कहा कि इससे वक्फ की पवित्र भावना की रक्षा भी होगी।
तुष्टिकरण की राजनीति का खामियाजा भुगतना पड़ा
पीएम मोदी ने कहा कि देश अब तक तुष्टिकरण की राजनीति से चलता आया और उसका हमें खामियाजा भुगतना पड़ा। उन्होंने कहा, भारत कई देशों के साथ आजाद हुआ लेकिन किसकी स्वतंत्रता की शर्त विभाजन थी? भारत के साथ ही ऐसा क्यों हुआ? इसलिए कि उस समय राष्ट्र हित से ऊपर सत्ता का मोह हो गया। विभाजन सभी मुस्लिमों का काम नहीं था बल्कि कांग्रेस समर्थित कट्टरपंथियों का काम था।’
Appeasement politics stands in complete contradiction to the idea of true social justice. pic.twitter.com/IdE82IGZ3I
— Narendra Modi (@narendramodi) April 9, 2025
2013 के संशोधन पर उठाए सवाल
पीएम मोदी कहा कि 2013 में वक्फ बोर्ड में किया गया संशोधन भी कंट्टरपंथियों और भूमाफियाओं को खुश करने का कानून था। इसका नतीजा ये हुआ कि भूमाफियाओं के हौसले बुलंद हो गए। बता दें कि हाल ही में संसद के दोनों सदनों से वक्फ बिल को बहुमत के साथ पारित कराया गया है। राष्ट्रपति का हस्ताक्षर होते ही यह नया कानून अस्तित्व में आ गया है।