केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने कहा कि भूमि सीमा से लेकर नदी सीमा की सुरक्षा बीएसएफ कर रही है. बीएसएफ के वैगरह सीमा की सुरक्षा नहीं की जा सकती है. जब बीएसएफ का जवान सीमा पर तैनात होता है, तो देश में किसी को भी भूमि सीमा की सुरक्षा की चिंता नहीं होती है. अमित शाह ने मंगलवार को भारत-बांग्लादेश की सीमा पर पेट्रापोल में थाने के नये भवन का उद्घाटन किया और भारत-बांग्लादेश के बीच के मैत्री गेट का शिलान्यास किया.
अमित शाह ने कहा कि बांग्लादेश के साथ हमारी संस्कृति, कला और जीवन चर्चा साझी है. एक ही संस्कृति के आधार पर जीने वाले राज्य है. बांग्लादेश के साथ मैत्रीपूर्ण भूमिका का पालन भारत ने किया है.
आज भी भारत-बांग्लादेश के बीच सौहार्दपूर्ण और उष्मापूर्ण रिश्ते रहे हैं और इससे और भी रिश्ते को अच्छे होंगे. उन्होंने कहा कि हमारी सीमा नीति में व्यापार का महत्वपूर्ण स्थान है. आज सीमा की मूलभूत सुविधाओं का विकास हो रहा है. लोगों से लोगों का जुड़ाव भी बढ़ रहा है.
उन्होंने कहा किसीमा सुरक्षा की नीति स्पष्ट है. सीमावर्ती इलाकों में मजबूत मूलभूत सुविधाएं चाहते हैं. गांव की कनेक्टिविटी सबसे अच्छी हो. इस दिशा में काम करें. सीमा के गांव के अंदर लोकल फॉर वोकल के संदेश के मजबूत करना चाहते हैं और पीपुल टू पीपुल कनेक्ट को मजबूत करना चाहते हैं.
केंद्रीय गृह मंत्री अमित भारत-बांग्लादेश की सीमा पर पेट्रापोल पर गये और लैंड पोर्ट अथोरिटी की बीएसएफ की विभिन्न परियोजनाओं का उद्घाटन किया. उसके बाद वहां आयोजित प्रदर्शनी का भी परिदर्शन किया. उन्होंने कहा कि लैंडपोर्ट ऑथिरिटी मैत्री का संदेश भी देती है.
उन्होंने कहा कि आज कवि गुरु का जन्म हुआ था. कवि गुरु एक मात्र व्यक्ति हैं, जिनको दो देशों का राष्ट्रगीत लिखने का सौभाग्य प्राप्त हुआ. उन्होंने बांग्लादेश का भी राष्ट्रगीत लिखा है.
उन्होंने कहा कि 600 से 700 ट्रक से व्यापार इस लैंडपोर्ट से होता है. प्रायः भीड़भाड़ की समस्या रहती थी. दूसरा कार्गो बनने से भीड़भाड़ की समस्या का समाधान हो जाएगा. 18000 करोड़ का व्यापार 2016 में बढ़ कर 30 हजार करोड़ हो गया है. सलाना 11 हजार यात्रियों की आवामगन की सुविधा हुई है.
बता दें कि अमित शाह इसके पहले पोइला बैशाख को कोलकाता आये थे. उसके बाद वह 25 बैशाख रवींद्र जयंती के अवसर पर कोलकाता आये हैं. यह दोनों ही दिन बंगाल के लोगों के लिए बहुत ही महत्वपूर्ण है.