केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह ने हाल ही में नक्सलवाद के खिलाफ चलाए जा रहे अभियानों में सफलता दिलाने वाले अधिकारियों से भेंट कर उन्हें ऐतिहासिक उपलब्धियों के लिए बधाई दी। सोशल मीडिया मंच एक्स (पूर्व ट्विटर) पर साझा किए गए संदेश में उन्होंने लिखा कि यह मुलाकात न केवल अधिकारियों की बहादुरी को सराहने का अवसर थी, बल्कि देश के नक्सलमुक्त भविष्य की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम भी है। इस दौरान छत्तीसगढ़ के मुख्यमंत्री विष्णु देव साय भी मौजूद रहे, जो राज्य में नक्सल उन्मूलन अभियान को लेकर प्रतिबद्धता दर्शाता है।
अमित शाह ने यह भी घोषणा की कि वे जल्द ही छत्तीसगढ़ का दौरा करेंगे और नक्सल ऑपरेशनों में भाग लेने वाले सुरक्षाबलों के जवानों से प्रत्यक्ष रूप से भेंट करेंगे। उन्होंने कहा कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी के नेतृत्व में केंद्र सरकार देश को नक्सलवाद के दंश से मुक्त कराने के लिए संकल्पबद्ध है।
देश के नक्सल प्रभावित राज्यों—छत्तीसगढ़, झारखंड, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र—में सुरक्षा बलों द्वारा निरंतर अभियान चलाए जा रहे हैं, जिनमें सबसे बड़ी कार्रवाई छत्तीसगढ़ में देखी जा रही है। यहां पर एक ओर जहां नक्सली मारे जा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर कई नक्सली आत्मसमर्पण भी कर रहे हैं। इसी क्रम में हाल ही में छत्तीसगढ़ के दंतेवाड़ा जिले में सात नक्सलियों ने आत्मसमर्पण किया, जिनमें से दो नक्सलियों—जुगलू उर्फ सुंडुम कोवासी और दशा उर्फ बुरकू पोड़ियाम—पर ₹50,000 का इनाम घोषित था। इन आत्मसमर्पणों को नक्सलियों के मनोबल में गिरावट और सुरक्षा तंत्र की रणनीतिक सफलता के रूप में देखा जा रहा है।
हाल ही में नक्सलवाद के विरुद्ध चलाए गए अभियानों में अहम भूमिका निभाने वाले अधिकारियों से भेंट कर इन ऑपरेशंस की ऐतिहासिक सफलता पर उन्हें बधाई दी।
इन अभियानों को अपनी बहादुरी से सफल बनाने वाले जवानों से भी मिलने के लिए उत्सुक हूँ और जल्द ही छत्तीसगढ़ आकर उनसे भेंट करूँगा।
मोदी… pic.twitter.com/Pe5jhzJRut
— Amit Shah (@AmitShah) June 7, 2025
नक्सलियों के खिलाफ चल रहा है अभियान
बता दें कि झारखंड, छत्तीसगढ़, मध्य प्रदेश और महाराष्ट्र में नक्सलियों के खिलाफ सुरक्षाबल लगातार एक्शन ले रहे हैं। सबसे ज्यादा नक्सली छत्तीसगढ़ में मारे जा रहे हैं। यहां पर कुछ नक्सली सरेंडर भी कर रहे हैं। इससे पहले शुक्रवार को छत्तीसगढ़ के नक्सल प्रभावित दंतेवाड़ा जिले में सात नक्सलियों ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण कर दिया। पुलिस अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले सात में से दो नक्सलियों पर इनाम था। अधिकारियों ने बताया कि आत्मसमर्पण करने वाले नक्सलियों में जुगलू उर्फ सुंडुम कोवासी (23), दशा उर्फ बुरकू पोड़ियाम (26), भोजा राम माड़वी (48), लखमा उर्फ सुती (26), रातू उर्फ ओठे कोवासी (25), सुखराम पोड़ियाम (25) और पण्डरू राम पोड़ियाम (45) ने सुरक्षाबलों के सामने आत्मसमर्पण किया। उन्होंने बताया कि नक्सली सदस्य जुगलू और दशा पर 50-50 हजार रुपये का इनाम है।
इसके साथ ही छत्तीसगढ़ सरकार ने नक्सल विरोधी अभियानों में वीरता दिखाने वाले 295 पुलिसकर्मियों को क्रम से पूर्व पदोन्नति प्रदान कर उनका मनोबल और सम्मान बढ़ाया है। राज्य के उपमुख्यमंत्री विजय शर्मा ने सोशल मीडिया पर इसकी पुष्टि करते हुए लिखा कि शौर्य, साहस और समर्पण के साथ कार्यरत इन जवानों की पदोन्नति एक प्रेरक उदाहरण है।
यह पूरी श्रृंखला यह दर्शाती है कि केंद्र और राज्य सरकारें, विशेष रूप से छत्तीसगढ़ में, नक्सलवाद को जड़ से उखाड़ फेंकने के लिए सक्रिय, संगठित और प्रतिबद्ध हैं। सुरक्षाबलों की कार्रवाइयों से न केवल जमीनी स्तर पर स्थायित्व आया है, बल्कि यह नक्सल प्रभावित क्षेत्रों में आम नागरिकों में विश्वास की बहाली की दिशा में भी एक सकारात्मक संकेत है।