केंद्रीय गृहमंत्री अमित शाह ने पहलगाम आतंकी हमले में शहीद हुए लोगों को श्रद्धांजलि दी. अमित शाह उस जगह पर भी गए जहां आतंकियों ने इस कायराना हमले को अंजाम दिया था. इस दौरान गृहमंत्री ने आतंकी हमले में मारे गए लोगों के परिजनों से भी मुलाकात की. गृहमंत्री के सामने परिजन रो पड़े. फफकते हुए परिजनों ने न्याय की मांग की.
#WATCH | Union Home Minister Amit Shah meets the families of the victims of the Pahalgam terrorist attack in Srinagar, J&K pic.twitter.com/z7XvMMcadE
— ANI (@ANI) April 23, 2025
भारत की आंतरिक सुरक्षा और विदेश नीति के लिए भी एक निर्णायक मोड़ बनता जा रहा है। इस त्रासदी ने पूरे देश को झकझोर दिया है।
“हमें इंसाफ चाहिए” – परिजनों की चीख और शाह का आश्वासन
जब पीड़ित परिवारों ने केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह से मुलाकात की, तो दृश्य बेहद भावुक और मार्मिक था।
परिजन फफक कर रो पड़े, और उन्होंने साफ कहा:
“हमें सिर्फ मुआवजा नहीं, इंसाफ चाहिए। जिन्होंने हमारे अपनों को छीना, उन्हें सज़ा दो।”
यह मुलाकात न केवल सांत्वना, बल्कि संवेदनशील शासन की प्रतीक बनी।
26 निर्दोष लोगों की हत्या: एक सुनियोजित नरसंहार
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अधिकतर मारे गए लोग पर्यटक थे।
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“मिनी स्विट्ज़रलैंड” बेताब घाटी में पर्यटक परिवार पर सुनियोजित फायरिंग।
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महिला पर्यटकों को बख्शा गया, जबकि पुरुषों को लक्ष्य बनाकर मारा गया — यह साफ इशारा करता है कि आतंकियों की नीयत सिर्फ दहशत नहीं, बल्कि एक संदेश देना भी था।
असावरी जगदाले, जो खुद भी इस हमले से किसी चमत्कार की तरह बचीं, ने बताया:
“उन्होंने मेरे पापा और चाचा को गोली मार दी… बस इसलिए क्योंकि वे पुरुष थे।”
सरकार एक्शन में – मोदी का सऊदी दौरा रद्द
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पीएम मोदी ने सऊदी अरब से द्विपक्षीय बैठक के बाद तुरंत वापसी की।
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एयरपोर्ट पर ही एनएसए अजीत डोभाल, विदेश मंत्री एस जयशंकर और विदेश सचिव के साथ बैठक।
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बैठक में चर्चा के केंद्रबिंदु:
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आतंकी नेटवर्क का स्रोत और संरक्षक कौन हैं
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अंतरराष्ट्रीय स्तर पर पाकिस्तान को बेनकाब कैसे करें
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देश के पर्यटक स्थलों की सुरक्षा कैसे सुनिश्चित की जाए
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क्या हो सकते हैं अगला कदम?
क्र. | संभावित कार्रवाई | विवरण |
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1. | NIA की व्यापक जांच | हमले में शामिल स्थानीय/बाहरी नेटवर्क की पहचान |
2. | LOc पर सैन्य ऑपरेशन | पाकिस्तान की सीमा के करीब संभावित लॉन्च पैड्स पर लक्षित कार्रवाई |
3. | राजनयिक मोर्चा | यूएन, OIC, UAE व नेपाल के साथ संवाद |
4. | साइकोलॉजिकल ऑप्स | घाटी में युवाओं को कट्टरपंथ से दूर रखने के लिए रणनीति |
5. | पर्यटक स्थलों की सुरक्षा समीक्षा | CCTV, क्विक रिस्पॉन्स टीम, और इंटेलिजेंस तंत्र मजबूत करना |
🇮🇳 क्या यह अनुच्छेद 355 या 356 का आधार बन सकता है?
केंद्र सरकार के पास संविधान के अनुच्छेद 355 के तहत यह अधिकार है कि वह किसी राज्य में आंतरिक अशांति या सुरक्षा विफलता की स्थिति में हस्तक्षेप करे।
यदि यह हमला स्थानीय शासन की घोर लापरवाही या सुरक्षा विफलता से जुड़ा पाया गया, तो राष्ट्रपति शासन (अनुच्छेद 356) का भी विचार हो सकता है।
आतंकी हमले में मारे गए लोगों की लिस्ट
नाम | राज्य | |
1 | लेफ्टिनेंट विनय नरवाल | हरियाणा |
2 | मंजु नाथ | कर्नाटक |
3 | शुभम द्विवेदी | उत्तर प्रदेश |
4 | संजय लेले | महाराष्ट्र |
5 | अतुल मोने | महाराष्ट्र |
6 | दिलीप डिसले | महाराष्ट्र |
7 | संतोष जगदाले | महाराष्ट्र |
8 | कौस्तुभ गनबोटे | महाराष्ट्र |
9 | प्रशांत कुमार | |
10 | मनीष रंजन | |
11 | सैयद हुसैन शाह | जम्मू कश्मीर |
12 | सुशील नथयाल | मध्य प्रदेश |
13 | हेमंत सुहास जोशी | महाराष्ट्र |
14 | नीरज उधवानी | उत्तराखंड |
15 | बीतन अधिकारी | पश्चिम बंगाल |
16 | सुदीप न्यौपाने | नेपाल |
17 | मनीष रंजन | बिहार |
18 | एन रामचंद्रन | केरला |
19 | दिनेश अग्रवाल | चंडीगढ़ |
20 | समीर गुहार | पश्चिम बंगाल |
21 | जे सचिंद्र मोली | आंध्रप्रदेश |
22 | मधुसूदन सोमस्टी | कर्नाटक |
23 | संतोष जहदा | कर्नाटक |
24 | भारत भूषण | कर्नाटक |
25 | सुमित परमार | गुजरात |
26 | यतेश परमार | गुजरात |