सत्तारूढ़ वाम लोकतांत्रिक मोर्चे (एलडीएफ) की प्रमुख साझीदार माकपा ने मंगलवार को केरल की 20 में से 15 लोकसभा सीटों के लिए अपने उम्मीदवारों की घोषणा कर दी।
इनमें राज्य के पूर्व मंत्री केके शैलजा, टीएम थॉमस इसाक समेत चार विधायक भी शामिल हैं। एलडीएफ के सहयोगियों भाकपा और केरल कांग्रेस (एम) ने अपने उम्मीदवारों की घोषणा पहले ही कर दी थी।
गोविंदन ने पत्रकारों से की बातचीत
माकपा के नेतृत्व वाले वाम मार्चे ने 2019 के आम चुनाव में महज एक सीट जीती थी। पार्टी के राज्य सचिव एमवी गोविंदन ने पत्रकार वार्ता में उम्मीदवारों के नामों की घोषणा की। इस दौरान उन्होंने कहा कि आगामी चुनाव देश के लिए बहुत महत्वपूर्ण हैं।
देश में भाजपा विरोधी लहर बन चुकी है और धर्मनिरपेक्ष लोकतांत्रिक ताकतों का उद्देश्य भाजपा केा सत्ता से बाहर करना है। उन्होंने वायनाड से सांसद राहुल गांधी फैक्टर को इस बार निष्प्रभावी बताया।
के. राधाकृष्णन समेत चार विधायकों मैदान में उतरेंगे
उन्होंने कहा कि पार्टी ने मंत्री के. राधाकृष्णन समेत चार विधायकों को भी मैदान में उतारने का निर्णय लिया है। आम चुनाव में दिग्गज थॉमस इसाक पथानामथिट्टा और शैलजा वडकारा सीटों से चुनाव लड़ेंगे। मौजूदा सांसद एएम आरिफ अलाप्पुझा सीट से दोबारा चुनाव लड़ेंगे और राज्यसभा सदस्य एलामाराम करीम कोझिकोड से चुनावी मैदान में उतरेंगे।
केरल में लोकसभा की 20 सीट
बता दें कि केरल में लोकसभा की 20 सीट है। भाकपा ने केरल की चार लोकसभा सीट के लिए सोमवार को अपने उम्मीदवारों की घोषणा की थी। इनमें से वायनाड सीट से पार्टी ने वरिष्ठ नेता एनी राजा को उतारा गया है। यहां से कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी फिलहाल सांसद हैं।